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हजारीबाग,रांची वाईबीएन डेस्क : हजारीबाग जिले में सोमवार सुबह हुई मुठभेड़ पर एसपी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि मारे गए तीनों नक्सलियों पर कई गंभीर मामले दर्ज थे। सहदेव सोरेन पर 30, रघुनाथ हेंब्रम पर 58 और बिरसेन गंझू पर 36 आपराधिक केस दर्ज थे।
नक्सल प्रभावित इलाकों में बड़ी सफलता
डीजीपी ने कहा कि वर्ष 2025 में लगातार चलाए गए अभियानों के बाद बोकारो के लुगु और झुमरा क्षेत्र तथा गिरिडीह के पारसनाथ क्षेत्र को नक्सल मुक्त घोषित कर दिया गया है। उन्होंने शेष नक्सलियों से आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाने और मुख्यधारा में लौटने की अपील की।
सीमा पर जंगल में घातक मुठभेड़
गोरहर थाना क्षेत्र के पनतीतरी जंगल में यह मुठभेड़ हुई, जो बोकारो और गिरिडीह की सीमा से सटा हुआ है। पुलिस को सूचना मिली थी कि माओवादी किसी बड़ी वारदात की साजिश में जुटे हैं। इसके बाद कोबरा बटालियन और हजारीबाग-गिरिडीह पुलिस की संयुक्त टीम ने ऑपरेशन शुरू किया।
जवाबी कार्रवाई में ढेर हुए नक्सली
जैसे ही सुरक्षाबल जंगल पहुंचे, नक्सलियों ने गोलियां और ग्रेनेड दागकर हमला कर दिया। जवाबी कार्रवाई में सहदेव सोरेन, रघुनाथ और बिरसेन मारे गए। मौके से तीन एके-47 राइफल, कारतूस और अन्य सामान बरामद किए गए।
घायल जवान खतरे से बाहर
मुठभेड़ के दौरान कोबरा 209 बटालियन के दो जवान ग्रेनेड के स्प्लिन्टर से घायल हो गए। दोनों को रांची के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई गई है।