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हत्या मामले में चार्जशीट देरी का सनसनीखेज मामला | हजारीबाग पुलिस विवाद

हजारीबाग में हत्या जैसे गंभीर मामलों में चार्जशीट समय पर दाखिल न होने से आरोपियों को राहत मिल गई। लोहसिंघना थाना प्रभारी संदीप कुमार पर आरोप है कि उन्होंने दो अलग-अलग हत्या के मामलों में चार्जशीट नहीं दी। मामला उजागर होने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया

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MANISH JHA
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रांची वाईबीएन डेस्क : झारखंड के हजारीबाग जिले में हत्या जैसे गंभीर अपराधों में समय पर चार्जशीट दाखिल न होने से आरोपियों को राहत मिलने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इससे पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।

थानेदार की लापरवाही उजागर

लोहसिंघना थाना प्रभारी रहे संदीप कुमार पर आरोप है कि उन्होंने दो अलग-अलग हत्या के मामलों में चार्जशीट तय समय पर दाखिल नहीं की। इस चूक से आरोपी कानून का लाभ उठाने में सफल रहे। मामला उजागर होने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया। 

एसपी ने डीजीपी को लिखा पत्र

हजारीबाग एसपी अंजनी अंजन ने इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखा है। उन्होंने अनुशंसा की है कि संदीप कुमार को जिले से हटा दिया जाए। पुलिस मुख्यालय के अनुसार, डीजीपी ने भी इस मामले की समीक्षा की है और कठोर कार्रवाई के संकेत दिए हैं। 

दो हत्याकांड प्रभावित

पहला मामला हजारीबाग के तत्कालीन एसडीओ अशोक कुमार और उनके परिजनों से जुड़ा है। उन पर पत्नी अनिता कुमारी की हत्या का आरोप था। लेकिन चार्जशीट समय पर न होने से उन्हें राहत मिल गई। इसी तरह एक अन्य हत्या के मामले में भी लापरवाही दोहराई गई।इससे न्याय मिलने में काफी देर होती है 

Police Crime Jharkhand
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