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रांची वाईबीएन डेस्क : हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन (एचईसी) एक बार फिर औद्योगिक हलचल का केंद्र बनने जा रहा है। आने वाले दिनों में यहां थर्मल पावर प्लांट के लिए उपकरणों का निर्माण किया जाएगा। यह पहला अवसर होगा जब एचईसी इस तरह की परियोजना पर काम करेगा। इस कदम से न सिर्फ एचईसी की साख मजबूत होगी बल्कि कर्मचारियों और स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।
एचईसी को मिला नया प्रोजेक्ट
भेल के सीएमडी सह एचईसी के प्रभारी ने अधिकारियों को आवश्यक तैयारियां शुरू करने का निर्देश दिया है। जानकारी के अनुसार, एचईसी की विशेषता यह है कि यहां कास्टिंग, फोर्जिंग और मशीनिंग की सुविधाएं एक ही स्थान पर मौजूद हैं, जिससे भारी उपकरणों का निर्माण सहज हो जाता है। इस पहल से एचईसी कर्मचारियों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। मजदूर यूनियन के नेता मनोज पाठक ने कहा कि यह न केवल उद्योग जगत के लिए अहम उपलब्धि है, बल्कि कर्मचारियों के लिए भी फायदे का सौदा साबित होगा।
प्लांट में हो रही तकनीकी तैयारी
एचईसी के एमटीपीआई (MTPI) प्लांट में उपकरण निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके लिए पुरानी मशीनों को री-मॉडिफाई किया जा रहा है, जिस पर 10 से 50 लाख रुपये तक का खर्च अनुमानित है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन तकनीकी सुधारों के बाद एचईसी देश में भारी मशीनरी निर्माण की अहम जरूरत को पूरा कर सकेगा।
एचईसी देश की चुनिंदा इकाइयों में से एक है
जिसने पिछले छह दशकों में अंतरिक्ष अनुसंधान, स्टील अथॉरिटी और रक्षा उत्पादन जैसे क्षेत्रों के लिए अहम योगदान दिया है। अब थर्मल पावर उपकरण निर्माण की शुरुआत इसके औद्योगिक महत्व को और बढ़ा देगी।
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