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रांची वाईबीएन डेस्क : पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि जिस JSSC CGL परीक्षा में हमने परीक्षा के तुरंत बाद ही पेपर लीक की आशंका जताई थी, आज वही बात CID की जांच में भी प्रमाणित हो चुकी है। जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि पेपर लीक हुआ था और सत्ता संरक्षण में कुछ बड़े लोगों को बचाने का प्रयास भी किया गया।
उच्च न्यायालय की सख्ती
उन्होंने कहा कि माननीय झारखंड उच्च न्यायालय ने इस गंभीर मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए जांच को एक अन्य स्वतंत्र अधिकारी को सौंपने का निर्देश दिया है। यह निर्णय छात्रों के भविष्य की रक्षा और दोषियों को उजागर करने की दिशा में एक अहम कदम है।
सीबीआई जांच की मांग
बाउरी ने आगे कहा कि यदि इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए, तो इसमें कई सफेदपोश लोगों का नाम सामने आएगा। उन्होंने दोषियों को बचाने की कोशिशों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि छात्रों के साथ अन्याय करने वालों को कठोर सजा मिले। मौजूदा सरकार छात्र छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना चाहती है इससे साफ प्रतीत होता है इस परीक्षा में कहीं ना कहीं दाल में काला जरूर है