/young-bharat-news/media/media_files/2025/08/16/untitled-design_20250816_080334_0000-2025-08-16-08-04-00.png)
रांची वाईबीएन डेस्क : झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री और झामुमो के वरिष्ठ नेता रामदास सोरेन का शुक्रवार की देर रात दिल्ली के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। वे पिछले 14 दिनों से गंभीर रूप से बीमार चल रहे थे। उनके निधन की खबर फैलते ही पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जताया शोक
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा – “ऐसे छोड़कर नहीं जाना था रामदास दा, अंतिम जोहार दादा।” मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड ने एक कर्मठ नेता और सच्चे समाजसेवी को खो दिया है।
बेटे ने दी आधिकारिक पुष्टि
रामदास सोरेन के बेटे ने उनके आधिकारिक एक्स हैंडल पर पिता के निधन की जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा – “अत्यंत दुख के साथ बता रहा हूं कि मेरे पिताजी अब हमारे बीच नहीं रहे।”
हादसे के बाद से चल रहा था इलाज
गौरतलब है कि 2 अगस्त की सुबह जमशेदपुर के घोड़ाबांधा स्थित अपने आवास में बाथरूम में गिरने से उनके सिर पर गंभीर चोटें आई थीं और ब्रेन में ब्लड क्लॉट हो गया था। उन्हें पहले टाटा मोटर्स अस्पताल जमशेदपुर में भर्ती कराया गया और बाद में एयरलिफ्ट कर दिल्ली ले जाया गया। लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ और 14वें दिन उन्होंने अंतिम सांस ली। रामदास सोरेन के निधन से झारखंड की राजनीति में गहरा खालीपन पैदा हो गया है। राज्यभर के लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।