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झारखंड विधानसभा के बाहर सत्ता पक्ष का प्रदर्शन

विधानसभा परिसर के बाहर सत्ता पक्ष के विधायकों और समर्थकों ने 13वें संविधान संशोधन का विरोध किया। उन्होंने कहा कि यह संशोधन झारखंड की पहचान और आदिवासी अधिकारों पर हमला है।उनकी कोई स्पष्ट नीति नहीं है। सत्ता पक्ष ने दावा किया कि जनता उनके साथ है और वे इस

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MANISH JHA
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 रांची वाईबीएन डेस्क : झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान जहां विपक्ष हंगामा कर रहा है, वहीं सत्ता पक्ष के विधायकों और कार्यकर्ताओं ने भी संविधान संशोधन को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। विधानसभा परिसर के मुख्य द्वार पर बड़ी संख्या में सत्तारूढ़ झामुमो, कांग्रेस और राजद के विधायक व समर्थक जुटे। सभी ने हाथों में बैनर और तख्तियां थाम रखी थीं, जिन पर केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लिखे गए थे।

13वें संविधान संशोधन पर आपत्ति 

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित 13वां संविधान संशोधन आदिवासियों और मूलवासी समुदाय के अधिकारों को कमजोर करने वाला है। उनका आरोप था कि यह संशोधन झारखंड की पहचान और स्वशासन की अवधारणा पर सीधा हमला है। सत्ता पक्ष ने साफ किया कि इस मुद्दे पर वे चुप नहीं बैठेंगे और सदन के भीतर और बाहर दोनों जगह अपनी आवाज बुलंद करेंगे। 

शांतिपूर्ण तरीके से जताया विरोध

सत्ता पक्ष के नेताओं ने हाथों में बैनर लेकर नारेबाजी की और विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शन के दौरान किसी तरह की अव्यवस्था न हो, इसके लिए विधानसभा परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रख रहे हैं और सरकार आदिवासी समाज के हक-हकूक की रक्षा के लिए हर कदम उठाएगी।

विपक्ष को घेरा

इस मौके पर सत्ता पक्ष के नेताओं ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। उनका कहना था कि विपक्ष केवल हंगामा कर रहा है, लेकिन जनहित और संविधान की रक्षा जैसे गंभीर मुद्दों पर उनकी कोई स्पष्ट नीति नहीं है। सत्ता पक्ष ने दावा किया कि जनता उनके साथ है और वे इस लड़ाई को जमीन से लेकर सदन तक जारी रखेंगे।

Congress Protest Jharkhand monsoon session
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