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रांची वाईबीएन डेस्क : झारखंड विधानसभा के बाहर मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। विपक्षी विधायकों ने हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर सरकार विरोधी नारे लगाए और कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश की।
विश्वविद्यालय विधेयक 2025 पर आपत्ति
बीजेपी ने सबसे बड़ा मुद्दा विश्वविद्यालय विधेयक 2025 को बनाया। पार्टी का कहना है कि इस विधेयक का उद्देश्य राज्य विश्वविद्यालयों में नियुक्तियों से राज्यपाल-सह-कुलाधिपति की भूमिका को खत्म करना है। भाजपा नेताओं ने इसे राज्यपाल की संवैधानिक शक्तियों को कमजोर करने का प्रयास करार दिया। उनका आरोप है कि सरकार शैक्षणिक संस्थानों को अपने नियंत्रण में लेने की कोशिश कर रही है।
सूर्या हांसदा की मौत की सीबीआई जांच की मांग
प्रदर्शन के दौरान भाजपा विधायकों ने सूर्या हांसदा की कथित एनकाउंटर में हुई मौत का मुद्दा भी उठाया। उनका कहना है कि इस मामले की जांच राज्य पुलिस से कराना न्यायसंगत नहीं है, इसलिए इसकी जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है।
नगड़ी में जमीन अधिग्रहण पर विरोध
विधायकों ने रांची के नगड़ी इलाके में प्रस्तावित रिम्स-2 अस्पताल परियोजना के लिए हो रहे जमीन अधिग्रहण का भी विरोध किया। भाजपा का आरोप है कि सरकार आदिवासी किसानों की जमीन जबरन छीन रही है और उनकी आजीविका पर संकट खड़ा कर रही है। पार्टी ने कहा कि विकास के नाम पर किसानों के अधिकारों की अनदेखी नहीं की जा सकती।
विपक्ष का सरकार पर सीधा हमला
नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार लोकतांत्रिक परंपराओं और संवैधानिक व्यवस्थाओं को कमजोर कर रही है। उन्होंने मांग की कि विश्वविद्यालय विधेयक को वापस लिया जाए, सूर्या हांसदा की मौत की सीबीआई जांच हो और नगड़ी के किसानों की जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया को रोका जाए।