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झारखंडी संस्कृति और लोककला संरक्षण की दिशा में जिला प्रशासन की संवेदनशील पहल

रांची जिला प्रशासन ने करमा पर्व की पूर्व संध्या पर बेड़ो प्रखंड के कला दल को दो मांदर वाद्ययंत्र उपलब्ध कराए। कला दल ने कुछ दिन पहले उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री के जनता दरबार में अपनी फरियाद रखी थी कि मांदर न होने से उनके सांस्कृतिक कार्यक्रम अधूरे लगते

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MANISH JHA
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रांची वाईबीएन डेस्क : जनता दरबार में कला दल की फरियाद पर जिला प्रशासन ने वादा पूरा किया। करमा पर्व से पहले रांची जिला प्रशासन की तरफ़ से कला दल को मांदर का तोहफ़ा मिला। कलाकारों ने खुशी जताई और करमा पूर्व संध्या पर प्रशासन को आमंत्रित किया। 

कला दल की फरियाद और मांदर का तोहफ़ा 

 कुछ दिन पूर्व उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी श्री मंजूनाथ भजन्त्री के जनता दरबार में बेड़ो प्रखंड के कला दल ने बताया था कि उनके पास पारंपरिक वाद्ययंत्र मांदर नहीं है। बिना मांदर उनके सांस्कृतिक कार्यक्रम अधूरे लगते हैं। इस पर प्रशासन ने संकल्प लिया और करमा पर्व से पहले दो मांदर उपलब्ध करा दिए।

कलाकारों की खुशी और करमा पर्व की तैयारी

 मांदर मिलने के बाद कलाकारों की खुशी देखते ही बन रही थी। उन्होंने जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए करमा पर्व की पूर्व संध्या पर विशेष रूप से आमंत्रित भी किया। अब कला दल करमा पर्व को झारखंड की असली धुन और उल्लास के साथ मना सकेगा। 

लोककला संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम

उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने कहा कि “हमारी लोक संस्कृति हमारी पहचान है। कलाकारों की जरूरत पूरी करना प्रशासन की जिम्मेदारी ही नहीं, बल्कि गर्व की बात है। करमा जैसे पर्व समाज को जोड़ने का काम करते हैं, इसे और भव्य बनाने में प्रशासन हमेशा साथ रहेगा।” यह पहल परंपरा को जीवंत बनाने और ग्रामीण संस्कृति व लोककला के संरक्षण की दिशा में अहम कदम साबित होगी।

DC Jharkhand
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