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रांची वाईबीएन डेस्क: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने साफ कर दिया है कि पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी और महागठबंधन की जीत सुनिश्चित करने में अपनी भूमिका निभाएगी। यह बात झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बुधवार को कही। उन्होंने कहा कि पार्टी ने बिहार में विधानसभावार चुनाव लड़ने की इच्छा महागठबंधन के घटक दलों को बता दी है। अब औपचारिक घोषणा बाकी है।
विस्थापन आयोग और अकादमियों का गठन
श्री भट्टाचार्य ने बताया कि मंगलवार को हेमंत सरकार ने कैबिनेट की बैठक में विस्थापन एवं पुनर्वास आयोग की नियमावली को मंजूरी दी है। यह वर्षों से विस्थापित परिवारों को न्याय दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसके साथ ही सरकार ने ललित कला अकादमी, साहित्य अकादमी और संगीत नाटक अकादमी का गठन कर जनता को करमा पर्व की पूर्व संध्या पर बड़ा तोहफा दिया।
आदिवासियों-मूलवासियों के अधिकारों पर फोकस
उन्होंने कहा कि अब सरकार का अगला लक्ष्य होगा कि वनभूमि पर वर्षों से जोत-कोड़ कर रहे आदिवासी और मूलवासी परिवारों को राजस्व पट्टा दिया जाए और वनोपज में उनकी हिस्सेदारी सुनिश्चित की जाए। भट्टाचार्य ने याद दिलाया कि विस्थापन के खिलाफ झामुमो 2001 से ही संघर्षरत है। कोयलकारो परियोजना और नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज जैसे आंदोलनों में पार्टी की सक्रिय भूमिका रही है, जिन्हें अंततः बंद कराया गया।
राहुल गांधी विवाद पर प्रतिक्रिया
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मां को अपशब्द नहीं कहा। बल्कि, भाजपा नेताओं द्वारा देश की माताओं-बहनों पर की गई टिप्पणियां शर्मनाक हैं। उन्होंने कहा— "मां मां होती है। मां अपने आप में बड़ा शब्द है। भाजपा को देशवासियों से सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।"