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40वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा पर रांची में निकली जागरूकता रैली

रांची सदर अस्पताल से 40वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा पर जागरूकता रैली निकाली गई। इसमें सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने लोगों से नेत्रदान करने की अपील की। उन्होंने बताया कि मृत्यु के छह घंटे के भीतर कोई भी व्यक्ति नेत्रदान कर सकता है। पखवाड़ा के तहत -

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MANISH JHA
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रांची,वाईबीएन डेस्क: 40वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा (25 अगस्त से 8 सितम्बर 2025) के अवसर पर शनिवार को सदर अस्पताल, रांची से एक जागरूकता रैली निकाली गई। रैली का मुख्य उद्देश्य लोगों को नेत्रदान के महत्व के बारे में जागरूक करना और उन्हें नेत्रदान के लिए प्रेरित करना था।

रैली में हुई भागीदारी

इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार, डीपीएम प्रवीण सिंह, चिकित्सक, अस्पताल प्रबंधक, अंधापन निवारण समिति के सदस्य, एएनएम स्कूल की छात्राएं, स्वास्थ्यकर्मी और अन्य अस्पताल कर्मी शामिल हुए।

आंखें वरदान, नेत्रदान महादान

रैली में सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने कहा कि आंखें हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। जिन लोगों ने अपनी आंखों की रोशनी खो दी है, उनके लिए नेत्रदान किसी वरदान से कम नहीं है। उन्होंने अपील की कि हर व्यक्ति को इस नेक कार्य में आगे आना चाहिए। उन्होंने बताया कि मृत्यु के छह घंटे के भीतर कोई भी व्यक्ति नेत्रदान कर सकता है। उम्र या लिंग की कोई बाधा नहीं है और हर कोई अपनी आंखें प्रत्यारोपण के लिए दान कर सकता है। 

कार्यशाला का आयोजन

नेत्रदान पखवाड़ा के अंतर्गत सिविल सर्जन कार्यालय सभागार में एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। इसमें नेत्र चिकित्सक, नेत्र सहायक, एएनएम स्कूल की छात्राएं, अंधापन नियंत्रण समिति के सदस्य और स्वास्थ्य कर्मी शामिल हुए। कार्यशाला में बताया गया कि नेत्रदान न केवल अंधत्व से पीड़ित लोगों को दृष्टि लौटाता है बल्कि उनके जीवन स्तर को भी बेहतर बनाता है।

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