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*रांची वाईबीएन डेस्क : रांची में छत्तीसगढ़ में दो धर्म बहनों के साथ हुई घटना के विरोध में रविवार को ऑल चर्चेस कमिटी, रांची की ओर से शांतिपूर्ण मौन जुलूस निकाला गया। इस जुलूस में राज्य की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की भी शामिल हुईं और उन्होंने इस घटना पर गहरी नाराजगी जताई।
मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की का बयान
मंत्री तिर्की ने कहा कि ईसाई धर्मावलंबी हमेशा गांव-घर में सेवा करते आए हैं और सामाजिक कल्याण ही उनकी पहचान है। ऐसे में छत्तीसगढ़ के दुर्ग में दो धर्म बहनों को सुनियोजित साजिश के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजना और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना कहीं से भी उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस मूकदर्शक बनी रही। बाद में जांच में दोनों बहनें निर्दोष पाई गईं और उन्हें रिहा कर दिया गया।
ईसाई समुदाय को टारगेट करना निंदनीय
तिर्की मंत्री ने कहा कि ईसाई समुदाय का मूल धर्म सेवा है। उन्हें इस तरह टारगेट करना न केवल निंदनीय है, बल्कि संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन भी है। उन्होंने आरोप लगाया कि दक्षिणपंथी ताकतें लंबे समय से ईसाई समुदाय को परेशान करने की साजिश करती रही हैं। मंत्री ने इस घटना की घोर निंदा करते हुए ऑल चर्चेस कमिटी, रांची की मांग का समर्थन किया और कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।