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रांची वाईबीएन डेस्क : झारखंड के सारंडा और कोल्हान के जंगलों में सक्रिय महिला नक्सलियों के यौन शोषण की चौंकाने वाली खबरें सामने आई हैं। संगठन के ही बड़े नक्सली इन महिलाओं का शोषण कर रहे हैं। इसी अत्याचार से परेशान होकर कई महिला नक्सली संगठन छोड़कर भाग गई हैं।
जबरन गर्भपात तक की नौबत
सूत्रों के अनुसार, भाकपा माओवादी संगठन के बड़े नक्सली महिला सदस्यों का जबरन यौन शोषण करते हैं। यहां तक कि गर्भ ठहरने पर ग्रामीण डॉक्टर से दवाइयां मंगवाकर उनका गर्भपात भी कराया जाता है। हाल ही में शोषण से तंग आकर तीन महिला नक्सली संगठन से फरार हो गईं।
पुलिस गिरफ्तारी और आरोप
बीते 31 अगस्त को चाईबासा पुलिस ने नक्सली जोनल कमेटी सदस्य संदीप उर्फ हिडिया पांडेयाम और शिवा को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में दोनों ने संगठन के केंद्रीय कमेटी सदस्य अनल उर्फ रमेश पर महिला दस्ते की सदस्यों का शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया।
पूर्व महिला नक्सलियों के खुलासे
2019: दुमका में आत्मसमर्पण करने वाली महिला नक्सली प्रीशिला देवी ने बताया था कि संगठन में महिलाओं को रोजाना शोषण सहना पड़ता है। 2015: हजारीबाग में गिरफ्तार महिला नक्सली ललिता और सुनीता ने कहा था कि माओवादी संगठन में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं और शोषण करना पुरुष नक्सलियों की आदत है। 2014: रांची में आत्मसमर्पण करने वाली गरुवरी ने खुलासा किया था कि कुख्यात नक्सली कुंदन पाहन उसका यौन शोषण करता था और परिवार को मारने की धमकी देता था। यह खबर संगठन के भीतर महिलाओं के हालात की हकीकत उजागर करती है, जहां वे सुरक्षा और सम्मान के बजाय शोषण व डर की जिंदगी जीने को मजबूर हैं।