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रांची, वाईबीएन डेस्क: आजसू पार्टी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं पार्टी प्रमुख सुदेश महतो का नाम उग्रवादियों द्वारा हिटलिस्ट में रखे जाने की खबर को गंभीरता से लिया है। पार्टी ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने और सुदेश महतो की सुरक्षा की दोबारा समीक्षा करने की मांग की है। पार्टी नेताओं ने सवाल उठाया है कि आखिर सुदेश महतो उग्रवादियों के निशाने पर क्यों हैं?
लगातार मिल रही साजिश की सूचनाएं, मगर पुलिस खामोश
पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर और हसन अंसारी ने कहा कि बार-बार सुदेश महतो की हत्या की साजिश की सूचना मिलती रही है, लेकिन अब तक पुलिस द्वारा कोई ठोस खुलासा नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले गुमला जिले में मुठभेड़ में मारा गया उग्रवादी मार्टिन केरकेट्टा भी सुदेश महतो को निशाना बनाने की योजना में शामिल था। 2023 में अनगड़ा थाना क्षेत्र में उसकी बैठक भी हुई थी, जिसमें हमले की योजना बनाई गई थी।
2014 में भी रची गई थी बम से हमले की साजिश
नेताओं ने बताया कि 2013 में पीएलएफआई कमांडर जीदन गुड़िया ने भी एक राजनेता से पांच करोड़ की सुपारी लेकर हमले की कोशिश की थी। सिल्ली प्रतिभा महोत्सव और जोन्हा के विवाह समारोह में बम धमाके की साजिश को पुलिस और ग्रामीणों की सूझबूझ से नाकाम किया गया था। इतना ही नहीं, देव सिंह मुंडा नामक उग्रवादी को साजिशन आजसू पार्टी में शामिल भी करवाया गया था।
रामचंद्र सहिस की सुरक्षा भी बहाल करने की मांग
प्रेस वार्ता में मीडिया संयोजक परवाज खान भी मौजूद थे। आजसू नेताओं ने यह भी बताया कि पार्टी के केंद्रीय महासचिव स्व. तिलेश्वर साहू की हत्या भी पीएलएफआई द्वारा 2014 में की गई थी। उन्होंने पूर्व मंत्री और प्रधान महासचिव रामचंद्र सहिस की सुरक्षा भी तत्काल बहाल करने की मांग की।