हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से भाजपा सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री
कंगना रनौत को मनाली स्थित अपने घर के भारी-भरकम बिजली बिल को लेकर दिए गए बयान पर अब खुद घिर गईं हैं। हाल ही में कंगना ने एक बयान में कहा था कि वह मनाली में रहती भी नहीं हैं, फिर भी उन्हें एक लाख रुपये का बिजली बिल भेजा गया है। उन्होंने राज्य की सुक्खू सरकार को "भेड़ियों का झुंड" तक कह दिया था। लेकिन अब हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड ने उनके इन आरोपों को झूठा करार देते हुए सच्चाई सामने रखी है। राज्य विद्युत बोर्ड के प्रबंध निदेशक (MD) संदीप कुमार ने शिमला में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि कंगना रनौत के नाम पर मनाली के सिमसा गांव में एक घरेलू बिजली कनेक्शन है। उनके आवास का दो महीने का कुल बकाया बिल 90,384 रुपये है।
कनेक्शन की खपत और बकाया बिल का ब्योरा
MD संदीप कुमार ने बताया कि कंगना को 22 मार्च 2025 को जो बिजली बिल जारी किया गया। उसमें रुपये 32,287 की पूर्व से लंबित राशि भी शामिल थी। इस प्रकार कुल बकाया 90,384 हुआ। उनका कनेक्टेड लोड 94.82 किलोवाट है, जो एक आम घर की तुलना में लगभग 1500 प्रतिशत ज्यादा है। आम तौर पर हिमाचल प्रदेश में घरेलू कनेक्शन 2 से 5 किलोवाट के बीच होते हैं। बिजली विभाग के अनुसार, कंगना ने अक्टूबर से दिसंबर 2024 तक और फिर जनवरी तथा फरवरी 2025 के बिजली बिल समय पर जमा नहीं किए।
यह है बिल का ब्यौरा
- दिसंबर 2024 में खपत 6,000 यूनिट रही और बिल 31,367 रुपये था।
- फरवरी 2025 में खपत बढ़कर 9,000 यूनिट हो गई और बिल 58,096 रुपये बना।
- अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर का संयुक्त बिल 82,061 रुपये था, जिसका भुगतान कंगना ने 16 जनवरी 2025 को किया।
- वहीं जनवरी और फरवरी 2025 का भुगतान 28 मार्च 2025 को किया गया जब कुल खपत 14,000 यूनिट थी।
सरकारी सब्सिडी का भी लिया लाभ
MD ने यह भी बताया कि कंगना रनौत को हर महीने की तरह बिजली बिल में दी जाने वाली सरकारी सब्सिडी भी प्राप्त हो रही है। फरवरी 2025 के बिल में उन्हें 700 रुपये की सब्सिडी दी गई थी। विभाग ने मीडिया के समक्ष उनका बिल रिकॉर्ड भी सार्वजनिक किया। इस पूरे विवाद पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि आमतौर पर वह कंगना के बयानों को गंभीरता से नहीं लेते, लेकिन इस बार सार्वजनिक मंच से सरकार पर आरोप लगाए गए थे इसलिए उन्होंने मामले की जांच के आदेश दिए थे।