नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क पश्चिमी दिल्ली के मनोहर पार्क स्थित एक घर में एलपीजी सिलेंडर से गैस रिसाव के बाद भीषण आग लगने से दो नाबालिग भाई-बहन की मौत हो गई। घटना ने परिवार और पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) ने सोमवार को इस घटना की जानकारी दी। हादसा रविवार रात करीब 8:20 बजे मनोहर पार्क के डब्ल्यूजेड-7 इलाके में हुआ था। दमकल विभाग की दो गाड़ियां मौके पर भेजी गईं और आग पर काबू पाने के लिए बचाव कार्य शुरू किया गया।
दो मासूमों की गई जान, मां बेटी को बचाया गया
अग्निशमन सेवा के अधिकारियों के मुताबिक घर में गैस रिसाव के कारण आग लगी थी, और जब आग फैल गई तो परिवार के सदस्य अंदर फंस गए। पुलिस ने बताया कि आग के दौरान मृतक बच्चों की पहचान साक्षी (14) और उसके छोटे भाई आकाश (7) के रूप में की गई। घटना के वक्त उनकी मां सविता (34) और दूसरी बेटी मीनाक्षी (11) भी घर में मौजूद थीं, लेकिन सविता और मीनाक्षी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। साक्षी और आकाश आग के कारण कमरे में फंस गए और दोनों पूरी तरह झुलस गए।
घटना के समय घर पर नहीं थे मासूमों के पिता
घटना के बारे में सविता ने बताया कि वह रात करीब आठ बजे खाना बना रही थीं, जब अचानक पास में रखे कपड़े जलने लगे। यह आग तेजी से फैली और पूरे कमरे को अपनी चपेट में ले लिया। सविता ने तुरंत अपनी बेटी मीनाक्षी बाहर निकालने में सफल रही, लेकिन साक्षी और आकाश आग में इस हादसे में तीन लोग झुलस गए, जिनमें एक व्यक्ति संदीप पाठक का नाम सामने आया है। वहीं साक्षी और आकाश को पूरी तरह से झुलसने के बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
गैस रिसाव ने पूरे कमरे को लिया आग की चपेट में
पुलिस ने बताया कि बच्चों के पिता लाल बहादुर (40) अशोका पार्क मेन इलाके में निजी सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करते हैं और घटना के समय ड्यूटी पर थे। इस हादसे ने पूरे परिवार को झकझोर दिया है, खासतौर पर बच्चों के पिता को जो इस दर्दनाक घटना के समय घर से बाहर थे। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) विचित्रा वीर ने बताया कि पंजाबी बाग पुलिस थाने से एक टीम भी मौके पर पहुंची और मामले की तहकीकात की जा रही है। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि गैस रिसाव की घटना के बाद आग फैलने में ज्यादा समय नहीं लगा, जिससे यह हादसा और भी भयावह हो गया।