तमिलनाडु, वाईबीएन नेटवर्क।
तमिलनाडु की राजनीति में एक नया सितारा तेजी से उभर रहा है – नैनायर नागेंद्रन। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता नागेंद्रन इस समय तिरुनेलवेली विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं, लेकिन उनका राजनीतिक सफर केवल विधायक बनने तक सीमित नहीं रहा। 2001 से 2006 के बीच, जब AIADMK की सरकार सत्ता में थी, तब नागेंद्रन ने बिजली, उद्योग और परिवहन मंत्री के रूप में अहम जिम्मेदारियां निभाईं और अपनी प्रशासनिक क्षमताओं का लोहा मनवाया।
AIADMK छोड़ BJP में एंट्री
अगस्त 2017 में नागेंद्रन ने AIADMK को अलविदा कहकर भाजपा का दामन थाम लिया। यह कदम न सिर्फ उनकी राजनीतिक सोच में बदलाव को दर्शाता है, बल्कि भाजपा के तमिलनाडु में विस्तार की रणनीति का भी हिस्सा माना गया। भाजपा में आते ही उन्हें राज्य उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई, जो इस बात का संकेत था कि पार्टी उनकी नेतृत्व क्षमता को गंभीरता से ले रही है।
BJP की कमान संभालने की रेस में सबसे आगे
अब जब तमिलनाडु में भाजपा की नई रणनीति की बात हो रही है, तो नैनायर नागेंद्रन को अन्नामलाई के बाद पार्टी की कमान संभालने वाला संभावित चेहरा माना जा रहा है। उनकी साफ-सुथरी छवि, लंबा राजनीतिक अनुभव और जमीनी पकड़ उन्हें इस दौड़ में सबसे आगे ला खड़ा करती है। दक्षिण भारत में भाजपा के पैर मजबूत करने की दिशा में नागेंद्रन जैसे अनुभवी नेताओं की भूमिका बेहद अहम मानी जा रही है।
क्या बदलेंगे तमिलनाडु की राजनीतिक तस्वीर?
सवाल यही है कि क्या नागेंद्रन तमिलनाडु में भाजपा को नया जनाधार दिला पाएंगे? क्या वे अन्नामलाई के बाद पार्टी को एक नई दिशा दे सकेंगे? फिलहाल तो संकेत यही हैं कि पार्टी नेतृत्व उन्हें लेकर गंभीरता से विचार कर रहा है।