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इंदौर,वाईबीएन डेस्क: जहां रक्षाबंधन आमतौर पर भाई-बहन के रिश्ते और रक्षा के वचन का पर्व माना जाता है, वहीं अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक गुरु कृष्णा गुरुजी इस त्योहार को सामाजिक संवेदना और मानव सेवा के साथ जोड़कर एक अनूठी मिसाल पेश कर रहे हैं।
रक्षाबंधन को 2 बजे पहुंचेंगे आश्रम
9 अगस्त 2025 को दोपहर 2 बजे कृष्णा गुरु इंदौर के परदेशीपुरा स्थित बिमा अस्पताल परिसर के कुष्ठ रोगी आश्रम में पहुंचेंगे, जहां वे वहां निवास कर रहीं उपेक्षित महिलाओं से राखी बंधवाएंगे। यह पहल सिर्फ परंपरा का निर्वहन नहीं, बल्कि उन बहनों के प्रति सुरक्षा,सम्मान और स्वीकृति का प्रतीक है जिन्हें अक्सर समाज नजरअंदाज करता आया है। कृष्णा गुरु ने कहा कि हम हमेशा रक्षा का वचन देते हैं, पर समाज की उपेक्षित बहनों से कभी रक्षा का आशीर्वाद लेने की भावना क्यों नहीं लाते?
गणेश चतुर्थी पर आश्रम में करते हैं
गौरतलब है कि यह कोई पहली बार नहीं है जब कृष्णा गुरु ने सामाजिक पहल की हो। वे पिछले 9 वर्षों से गणेश चतुर्थी के मौके पर इसी कुष्ठ आश्रम में गणेश स्थापना करते आ रहे हैं। उनका मानना है कि कलियुग में पर्वों को केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता और संवेदना का माध्यम बनाना चाहिए।
लोगों से की यह अपील
इस रक्षाबंधन के अगले दिन, 10 अगस्त को, कृष्णा गुरु द्वारा ग्लोबल हीलिंग डे का आयोजन भी किया जाएगा, जो विश्व शांति, आध्यात्मिक उपचार और प्रार्थना को समर्पित है। ऐसे में यह रक्षाबंधन सेवा और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रस्थान बिंदु बन रहा है। कृष्णा गुरु ने जनता से अपील की है कि वे भी अपने-अपने क्षेत्रों में उपेक्षित, रोगग्रस्त या असहाय वर्ग के साथ त्योहार मनाने की परंपरा शुरू करें। Rakshabandhan 2025