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Jammu & Kashmir के राजौरी में 25 जगह पर छापेमारी, जैश ए मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा की साजिश नाकाम

जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में आतंकवादियों के 25 ठिकानों पर बुधवार को पुलिस द्वारा छापेमारी की है। इस छापेमारी में आपत्तिजनक सामग्री और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए है।

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Manish Tilokani
J & K Rajouri
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राजौरी, वाईबीएन नेटवर्क। 

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जम्मू और कश्मीर के राजौरी में एक बयान के अनुसार, राजौरी पुलिस ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा जारी वारंट पर कार्रवाई करते हुए बुधवार को जम्मू कश्मीर के रजौरी जिले के 25 स्थानों पर व्यापक तलाशी ली है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि बड़े पैमाने पर की गई तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक सामग्री और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद कर लिए हैं। 

अधिकारियों ने दी जानकारी 

अधिकारियों ने पहले कहा था कि पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से सक्रिय आतंकवादियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां के रोकथाम के लिए सीमावर्ती जिले के कई इलाकों में छापेमारी की गई हैं।  उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान पुलिस के साथ केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) जवान भी मौजूद रहे। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि, बड़े पैमाने पर की गई तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक सामग्री और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद कर लिए हैं। 

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बॉर्डर पार से हो रही है साजिश 

अधिकारियों ने बताया कि शहर के पास टुंडी तरार में इफ्तिखार हुसैन और उसके भाई मोहम्मद परवाज के घरों पर सुबह लगभग नौ बजकर 50 मिनट पर छापेमारी की गई, लेकिन एक घंटे से अधिक समय तक चली छापेमारी के दौरान कुछ भी नहीं मिला। उन्होंने बताया कि दोनों का एक और भाई मोहम्मद असगर उर्फ ​​‘बिल्ला’ उर्फ ​‘काका’ एक आतंकवादी है, जो नियंत्रण रेखा के पार से अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। पुलिस ने बताया कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की विशेष अदालत से मिले वारंट के आधार पर राजौरी, नौशेरा, थन्नामंडी, दरहाल, कोटरंका, बुद्धल, मंजाकोट और चिंगस समेत 25 स्थानों पर व्यापक छापेमारी की गई। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ये छापेमारी पिछले साल पुलिस थाना राजौरी में दर्ज एक मामले से जुड़ी जांच के सिलसिले में की गई है।’’

देश में भी सक्रिय है आतंकवादी नेटवर्क 

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पुलिस ने जानकारी दी हैं कि इस मामले में क्षेत्र में सक्रिय एक आतंकवादी नेटवर्क शामिल है, जो जैश जैसे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के साथ मिलकर काम करता है। जैश ए मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जम्मू-कश्मीर में ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGWs) को सक्रिय करने के लिए काम कर रहे हैं, नेटवर्क आरंभ करने, संगठित करने और निष्पादित करने के प्रयासों में शामिल रहा है क्षेत्र में आतंकवादी-संबंधित गतिविधियाँ, जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों ने कहा। "ऑपरेशन के दौरान, अधिकारियों ने आपत्तिजनक सामग्री और महत्वपूर्ण दस्तावेज़ बरामद और जब्त कर लिए। इस महत्वपूर्ण आतंकी नेटवर्क की चल रही जांच के हिस्से के रूप में आगे की जांच चल रही है।" लश्कर-ए-तैयबा

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