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SandeshKhali Violance: सीबीआई ने जांच अपने हाथ में ली, टीएमसी नेता के खिलाफ FIR दर्ज

संदेशखाली में 2019 के चुनाव के बाद हुई हिंसा के दौरान भाजपा कार्यकर्ता प्रदीप मंडल, देवदास मंडल और सुकांत मंडल की हत्या के मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है और कथित तौर पर मुख्य आरोपी एंव तृणमूल कांग्रेस के नेता सहजान शेख के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। 

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Mukesh Pandit
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने संदेशखली में 2019 के चुनाव के बाद हुई हिंसा के दौरान भाजपा कार्यकर्ता प्रदीप मंडल, देवदास मंडल और सुकांत मंडल की हत्या के मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है और कथित तौर पर मुख्य आरोपी एंव तृणमूल कांग्रेस के नेता सहजान शेख के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। 

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कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर FIR

एजेंसी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा 30 जून को दिए गए आदेश पर प्राथमिकी दर्ज की है। न्यायमूर्ति जॉय सेनगुप्ता ने सीबीआई को मामले की ‘अत्यंत गंभीरता’ से जांच करने के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) गठित करने का आदेश दिया है। अदालत ने कहा कि जांच की निगरानी संयुक्त निदेशक द्वारा की जानी चाहिए। 

पीड़ितों ने की थी हाईकोर्ट से सीबीआई जांच की मांग

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संदेशखली गांव में कथित तौर पर शेख के नेतृत्व में भीड़ द्वारा किए गए हमले के बाद प्रदीप मंडल, देवदास मंडल और सुकांत मंडल मृत पाए गए थे। इस मामले की जांच पश्चिम बंगाल पुलिस की सीआईडी ​​ने की थी, हालांकि पीड़ितों के परिवारों ने सीबीआई जांच की मांग को लेकर कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। शेख के संदेशखती स्थित आवास पर छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर हमले करवाने के आरोप में उसे (शेख) को पांच जनवरी 2024 को गिरफ्तार किया गया था। तब से वह न्यायिक हिरासत में है। 

ईडी अफसरों की टीम पहुंची थी गांव

उल्लेखनीय है कि5 जनवरी 2024 को, ईडी अधिकारियों की टीम राशन तस्करी मामले के सिलसिले में पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखली I सीडी ब्लॉक के सरबेरिया गांव से टीएमसी जिला परिषद सदस्य शेख शाहजहां से पूछताछ करने पहुंची थी, जिसमें पश्चिम बंगाल सरकार के वरिष्ठ मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को अक्टूबर 2023 में गिरफ्तार किया गया था ।छापे के तुरंत बाद, ईडी अधिकारियों पर स्थानीय ग्रामीणों द्वारा हमला किया गया और शेख शाहजहां के स्थानीय समर्थकों द्वारा उनके फोन, महत्वपूर्ण फाइलों को नष्ट करने के साथ-साथ हमला किया गया।

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मीडियाकर्मियों के वाहनों में भी तोड़फोड़

आरोप है कि वहां मीडियाकर्मियों के वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई और उन्हें बुरी तरह पीटा गया। घटना के बाद, 11 जनवरी 2024 को, ईडी अधिकारियों ने कलकत्ता उच्च न्यायालय में उनकी सुरक्षा के लिए एक याचिका दायर की , जिसके लिए अदालत ने सुरक्षा प्रदान की। अदालत ने छापे और हिंसा के दिन ईडी अधिकारियों के खिलाफ पुलिस द्वारा दर्ज की गई।  Sandeshkhali violence | West Bengal political violence | CBI probe Sandeshkhali | CBI investigation | Bengal violence case not present in content

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