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नागाकुरनूल, वाइबएन नेटवर्क
तेलंगाना में 22 फरवरी को सुरंग का एक हिस्सा धंसने के बाद सुरंग के भीतर डुबा सातों के लिए बचावअभियान जारी है। एसएलबीसी सिग्नल के अंदर से एक शव निकला, जो सुबह के समय मिला। मृतक की पहचान पंजाब के मूल निवासी गुरप्रीत सिंह के रूप में हुई है और शव को नागाकुर्नूल जनरल हॉस्पिटल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
#WATCH | SLBC Tunnel Collapse Incident | Nagarkurnool, Telangana: Rescue operation continues for the seven workers who are still trapped inside the tunnel after a portion of it collapsed on 22nd February.
— ANI (@ANI) March 10, 2025
A body was removed from inside the SLBC Tunnel, which was found during the… pic.twitter.com/JRPSUaEn0R
परिवार कर रहा मुआवजे की मांग
तेलंगाना में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) सुरंग में अपनी जान गंवाने वाले पंजाब के एक श्रमिक गुरप्रीत सिंह का परिवार पंजाब सरकार से मुआवजे और सहायता की मांग कर रहा है, क्योंकि वह परिवार का एकमात्र कमाने वाला था। गुरप्रीत सिंह की पत्नी, जिनकी दो छोटी बेटियां हैं, ने अपने परिवार का समर्थन करने के लिए सरकारी नौकरी का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, "सरकार से मेरा अनुरोध है कि या तो मेरी बेटियों को या मुझे सरकारी नौकरी दी जाए ताकि मैं अपने बच्चों की देखभाल कर सकूं। मेरी दो बेटियां हैं और हमारे परिवार में कमाने वाला कोई नहीं है।" परिवार ने निराशा व्यक्त की है कि पंजाब सरकार का कोई भी प्रतिनिधि उनसे संवेदना या समर्थन देने नहीं आया है।
गुरप्रीत के चाचा कुलवंत सिंह ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार का कोई भी प्रतिनिधि उनके घर नहीं आया। सिंह ने एएनआई को बताया, "हम वहां गए थे। कंपनी हमें आश्वासन देती रही कि व्यक्ति सुरक्षित है और जल्द ही उसे बाहर निकाल लिया जाएगा। कल हमारी सारी उम्मीदें टूट गईं।
तेलंगाना सरकार ने 25 लाख रुपये देने का वादा किया
तेलंगाना सरकार ने 25 लाख रुपये देने का वादा किया है, लेकिन हमारी सरकार का कोई भी सदस्य हमारा हालचाल जानने हमारे घर नहीं आया।" गांव के सरपंच मोनू चीमा ने भी परिवार की खराब आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए पंजाब सरकार से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा, "वह दो महीने पहले चला गया था। जिस दिन से यह घटना हुई है, हमारा पूरा गांव बहुत परेशान है क्योंकि वह घर का इकलौता कमाने वाला था। उसकी दो छोटी बेटियां, एक पत्नी और उसकी मां हैं। वे एक गरीब परिवार हैं और वह काम के लिए तेलंगाना गया था।" "कल, हमें मीडिया के ज़रिए इस खबर के बारे में पता चला। सीएम रेड्डी ने 25 लाख रुपये की सहायता देने का वादा किया है। मैं चाहता हूं कि पंजाब सरकार भी मदद करे, क्योंकि परिवार में कमाने वाला कोई और नहीं है। हमें उम्मीद है कि कल शाम तक शव यहां पहुंच जाएगा," चीमा ने कहा।
तेलंगाना सरकार ने 25 लाख रुपये की सहायता देगी
इस बीच, तेलंगाना सरकार ने 25 लाख रुपये की सहायता देने का वादा किया है। तेलंगाना सीएमओ के एक आधिकारिक बयान में कहा गया, "तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी और सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी ने गुरप्रीत सिंह के रूप में पहचाने गए कार्यकर्ता की मौत पर शोक व्यक्त किया।" बचाव प्रयासों में सहायता के लिए केरल के शव खोजी कुत्तों को बुलाया गया और सुरंग के अंदर मानव अवशेष मिले हैं। बचाव अधिकारियों के अनुसार, मृतक सुरंग के ढह गए हिस्से के अंदर एक मशीन में फंसा हुआ पाया गया था। अधिकारी ने कहा, "हमें मशीन में एक शव फंसा हुआ मिला, जिसमें केवल हाथ ही दिखाई दे रहा था। बचाव दल फिलहाल मशीन को काटकर फंसे हुए शव को निकालने का काम कर रहे हैं।"
घटना में 8 श्रमिक फंसे
बता दें, 22 फरवरी को तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में डोमलपेंटा के पास एसएलबीसी सुरंग के निर्माणाधीन हिस्से की छत का तीन मीटर हिस्सा 14 किलोमीटर के निशान पर ढह गया। यह ढहाव लंबे अंतराल के बाद निर्माण कार्य फिर से शुरू होने के ठीक चार दिन बाद हुआ। कुछ श्रमिक भागने में सफल रहे, जबकि आठ फंस गए।