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Telangana Tunnel Collapse: सुरंग हादसे के 28वें दिन भी तलाश अभियान जारी, 7 लोगों का नहीं मिला सुराग

Telangana Tunnel Collapse: तेलंगाना में हुए सुरंग हादसे को 28 दिन बीत चुके हैं, लेकिन तलाश अभियान अभी भी जारी है। ‘श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कनाल' (SLBC) सुरंग के अंदर फंसे लोगों में से 7 व्यक्तियों का अभी भी पता नहीं लग पाया है।

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Pratiksha Parashar
Telangana Tunnel Collapse
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हैदराबाद, वाईबीएन नेटवर्क। 

तेलंगाना में हुए सुरंग हादसे को 28 दिन बीत चुके हैं, लेकिन तलाश अभियान अभी भी जारी है। ‘श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कनाल' (SLBC) सुरंग के अंदर फंसे लोगों में से 7 व्यक्तियों का अभी भी पता नहीं लग पाया है। बचावकर्मियों की टीम अभी भी रेस्क्यू में जुटी हुई है और उन जगहों पर तलाशी अभियान चला रही है, जहां लोगों की मौजूदगी का संदेह है।

तेजी से चल रहा तलाशी अभियान

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDRF), सरकारी खनन कंपनी सिंगरेनी कोलियरीज, खनिकों और अन्य कर्मियों ने आवश्यक उपकरणों का उपयोग करते हुए तलाशी अभियान चला रहे हैं। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया है कि उत्खनन मशीनों और लोको ट्रेन का इस्तेमाल करके सुरंग से बड़े पत्थरों को हटाया जा रहा है। बयान में कहा गया है कि जल रिसाव और मृदा स्थिरता से संबंधित चुनौतियों के समाधान के लिए विशेषज्ञों को बुलाया जा रहा है। तेलंगाना राज्य के विशेष मुख्य सचिव (आपदा प्रबंधन) अरविंद कुमार तलाश अभियान की निगरानी कर रहे हैं।

कब हुआ था हादसा?

आपको बता दें कि 22 फरवरी को ‘श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कनाल' (SLBC) सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था, जिससे बड़ा हादसा हो गया था। इस सुरंग में इंजीनियर और मजदूरों समेत कुल 8 लोग फंस गए थे। एक व्यक्ति का शव 9 मार्च को बरामद किया गया था। ये शव मशीन में फंसा हुआ था। बचाव दल ने मशीन को काटकर शव को निकला था। लेकिन बाकी लोगों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। 7 लोगों तलाश अभी भी जारी है। 

रेस्क्यू में लगीं 11 एजेंसियां

सुरंग में फंसे लोगों को निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया गया। सुरंग के अंदर खोजी कुत्तों को भी भेजा गया था।  रेस्क्यू ऑपरेशन में 11 एजेंसियां शामिल हैं। प्लाज्मा कटर और ब्रॉक कटिंग मशीन जैसे आधुनिक उपकरणों को काम पर लगाया गया। तलाशी अभियान में पानी का रिसाव और कीचड़ सबसे बड़ी चुनौती बनीं। 

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