ग्रेटर नोएडा, वाईबीएन नेटवर्क: नोएडा 27 अप्रैल। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में आयोजित "मिशन कर्मयोगी और सड़क सुरक्षा" पर कार्यशाला में उत्तर प्रदेश के परिवहन आयुक्त बी.एन. सिंह ने सड़क सुरक्षा को सामाजिक और राष्ट्रीय प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार तकनीक के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए गंभीरता से काम कर रही है और लगातार नई पहल कर रही है।
सड़क सुरक्षा पुलिस के अलावा आम लोगों की भी जिम्मेदारी
अपर मुख्य सचिव लू ने अपने संबोधन में कहा कि सड़क सुरक्षा केवल सरकार की नहीं बल्कि समाज की भी जिम्मेदारी है। उन्होंने स्कूलों में नोडल शिक्षकों की नियुक्ति को सराहा और युवाओं को इस मुहिम से जुड़ने का आह्वान किया। वहीं, अवनीश अवस्थी ने कहा कि तकनीक और जागरूकता के मिश्रण से ही सड़क सुरक्षा के ठोस परिणाम हासिल किए जा सकते हैं।
बिना हेलमेट पर हो रही है सख्त कार्रवाई
अपर परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा) पीएस सत्यार्थी ने सड़क नियमों के कड़ाई से पालन पर बल देते हुए कहा कि ओवरस्पीडिंग, नशे में ड्राइविंग और बिना हेलमेट वाहन चलाने जैसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रवर्तन प्रक्रिया में तकनीक का प्रयोग बढ़ाया जा रहा है ताकि नियम उल्लंघन पर तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जा सके।
ये रहे मौजूद
परिवहन आयुक्त ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल नियमों का पालन भर नहीं, बल्कि इसके लिए शिक्षा, तकनीकी हस्तक्षेप और जन-जागरूकता ज़रूरी है। कार्यशाला में अपर मुख्य सचिव एल. वेंकटेश्वर लू, मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी, आरटीओ, एआरटीओ, एनजीओ, शिक्षा विभाग के अधिकारी और सड़क सुरक्षा नोडल शिक्षक मौजूद रहे।
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