आगरा, वाईबीएन नेटवर्क | आगरा में हुए गुलफाम हत्याकांड की गुत्थी सुलझ चुकी है। आगरा के शिल्पग्राम इलाके में इस हत्याकांड के बाद सांप्रदायिक तनाव की साजिश थी। आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस भी दवाब में आ गई थी, जबकि वीडियो सिर्फ पुलिस को गुमराह करने के लिए बनाया गया था। हत्याकांड की गुत्थी सुलझने के साथ ही ताजगंज के एक गांव के दो युवकों ने की पहचान हुई जिसने हत्या की। फिलहाल दोनों युवक घर से फरार है।
यहां दिया गया था वारदात को अंजाम
ताजगंज के कोलिहाई, संजय कालोनी निवासी गुलफाम की 23 अप्रैल की देर रात गोली मारकर हत्या कर दी। दरअसल गुलफाम अपने भाई शाहिद के रेस्तरां को बंद कर रहा था, तभी तीन युवक बाइक पर सवार होकर आए और गोलियां दागने लगे। एक गोली गुलफाम को लगी और दूसरी सैफ अली को लगी। इस घटना के बाद दो युवकों ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की बात कहते हुए हत्या करने की बात कही।
सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा
घटना के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो तीन संदिग्ध युवक नजर आए। हत्यारोपी एक बाइक पर नजर आए। घटना के पहले एक युवक ने रेकी की थी। पुलिस हत्यारोपियों के घर तक पहुंची, तब तक वे फरार हो चुके थे। दोनों हत्यारोपी राजस्थान की ओर भागे पुलिस को ऐसी जानकारी मिली। पुलिस ने उनके एक साथी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने पुलिस को गुलफाम से पुराना विवाद होने की बात बताई है। इंस्टा की आईडी से बनाए गए वीडियो को हटा दिया गया है। इस वीडियो को बनाने का मकसद पुलिस को गुमराह करना था।