लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
उत्तर प्रदेश की सियासत पर कभी राज करने वाली बहुजन समाज पार्टी के अच्छे दिन काफी लंबे समय से नहीं चल रहे है। पार्टी सत्ता से 2012 से बाहर है यानि तकरीबन 13 साल पहले कभी बसपा यूपी में राज करती थी। 2012 में सपा सरकार और फिर 2017 से अब तक भाजपा की सरकार कायम है। इस बीच अगर किसी पार्टी का सबसे ज़्यादा राजनीतिक ग्राफ गिरा तो वह है बहुजन समाज पार्टी। हालांकि अब परिवार में अनबन पार्टी में भी दिखने लगा है। भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से निष्कासित करने के बाद अब बहनजी के भाई आनंद कुमार ने बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से किनारा कर लिया है।
X पर मायावती ने पोस्ट कर दी जानकारी
बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को अपने ऑफिशल X हैंडल पर तीन पोस्ट किए। इनमें उन्होंने लिखा कि "काफी लम्बे समय से निस्वार्थ सेवा व समर्पण के साथ कार्यरत बीएसपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री आनन्द कुमार, जिन्हें अभी हाल ही में नेशनल कोआर्डिनेटर भी बनाया गया था, उन्होंने पार्टी व मूवमेन्ट के हित के मद्देनज़र एक पद पर रहकर कार्य करने की इच्छा व्यक्त की है, जिसका स्वागत।" आगे बहनजी ने लिखा कि "ऐसे में श्री आनन्द कुमार पहले की ही तरह बीएसपी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर रहते हुए सीधे मेरे दिशा-निर्देशन में पूर्ववत अपनी ज़िम्मेदारियों को निभाते रहेंगे। और अब उनकी जगह यूपी के ज़िला सहारनपुर निवासी श्री रणधीर बेनीवाल को नेशनल कोआर्डिनेटर की नई ज़िम्मेदारी दी गयी है।" बहनजी ने एक और पोस्ट कर लिखा कि इस प्रकार, अब श्री रामजी गौतम, राज्यसभा सासंद व श्री रणधीर बेनीवाल ये दोनों बीएसपी नेशनल कोआर्डिनेटर के रूप में सीधे तौर पर मेरे दिशा-निर्देशन में देश के विभिन्न राज्यों की जिम्मेदारियों को संभालेंगे। पार्टी को उम्मीद है कि ये लोग पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ कार्य करेंगे"
बसपा के चल रहे बुरे दिन
सोशल मीडिया की पोस्ट पर भले ही बसपा सुप्रीमो मायावती की भाषा बेहद सरल और सब कुछ आसान दिखाने की कोशिश हो लेकिन राजनीति के जानकर इस बात को अब कहने लगे है कि बसपा में सब कुछ ठीक नहीं है। गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी सियासत में एकदम पिछड़ गई है। पार्टी का लगातार ग्राफ गिरता जा रहा है। एक के बाद एक चुनाव ही नहीं बल्कि अपने नेता भी पार्टी खोती जा रही है। बसपा के अधिकतर नेता या तो सपा, कांग्रेस या फिर अलग राह पर है। वहीं अब पार्टी के बाद परिवार भी मायावती से दूर हो चला है। भतीजे आकाश आनंद पहले ही पार्टी के कुछ बड़े लोगों पर निशाना साध चुके है।