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Amritdhara Scheme : यूपी में गोपालकों और किसानों को मिलेगा 10 लाख तक का लोन, पशुओं को बीमा कवर का लाभ

किसानों और पशुपालकों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के उद्देश्य से यूको बैंक ने अमृतधारा योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत दो से दस गायों के पालन के लिए अधिकतम 10 लाख रुपये तक का ऋण दिया जाएगा।

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Abhishek Mishra
Cow herders

Amritdhara Yojana Cow herders farmers get loan 10 lac Photograph: (social media)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

किसानों और पशुपालकों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के उद्देश्य से यूको बैंक ने अमृतधारा योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत दो से दस गायों के पालन के लिए अधिकतम 10 लाख रुपये तक का ऋण दिया जाएगा। विशेष रूप से तीन लाख रुपये तक का ऋण बिना किसी गारंटी के मिलेगा। किसानों के बैंक खातों में सीधे भुगतान की सुविधा दी जाएगी और दो लाख रुपये तक का बीमा कवर भी प्रदान किया जाएगा। गो सेवा आयोग में हुई बैठक में इस योजना की जानकारी दी गई। 

गोवंश संरक्षण, दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा

आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य गोवंश संरक्षण, दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देना और किसानों की आय में वृद्धि करना है। यह योजना केंद्र सरकार की एनीमल हसबैंड्री इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड योजना की तर्ज पर तैयार की गई है और इसे सभी बैंकों द्वारा अपनाया गया है।

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छोटे किसानों और गोपालकों को होगा लाभ

इस योजना के तहत बड़े चिलिंग सेंटर और दूध प्रसंस्करण संयंत्रों के लिए भी ऋण की सुविधा मिलेगी, जिससे छोटे किसानों और पशुपालकों को अप्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलेगा। आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि इस योजना को गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें। साथ ही, कैटल शेड और बायोगैस प्लांट की स्थापना को भी प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे गोबर और गोमूत्र का उपयोग जैविक खाद के रूप में किया जा सके।

महिला समूहों को जोड़ा जाएगा योजना से

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आयोग के अध्यक्ष ने महिला स्वयं सहायता समूहों (SHG) और कृषक उत्पादक संगठनों (FPO) को अमृतधारा योजना से जोड़ने की बात कही, ताकि वे ऑर्गेनिक दूध, दही, घी, सब्जी और अन्य जैविक उत्पादों का व्यापार कर सकें।

किसानों के जैविक उत्पादों को बेहतर बाजार

गो सेवा आयोग की बैठक में पद्मश्री डॉ. भारत भूषण त्यागी ने सुझाव दिया कि प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में जैविक प्रसाद वितरण की व्यवस्था की जाए, ताकि किसानों के जैविक उत्पादों को बेहतर बाजार मिल सके। बैठक में पूर्व कृषि सलाहकार पी.एस. ओझा और यूको बैंक के ज़ोनल मैनेजर आशुतोष सिंह समेत कई अधिकारी उपस्थित रहे।

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