लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में आउटसोर्सिंग कर्मियों के शोषण को खत्म करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए उनकी नियुक्ति के लिए एक नया कॉर्पोरेशन बनाने की घोषणा की। इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि सभी जिलों में 100 एकड़ क्षेत्र में पीपीपी मोड पर लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर जिला अप्वॉइंटमेंट जोन विकसित किए जाएंगे।
कर्मियों को उनकी मेहनत का मिलेगा पूरा मूल्य
सीएम योगी ने कहा कि आउटसोर्सिंग कर्मियों के वेतन का भुगतान अब डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से किया जाएगा, जिससे उनकी जेब में 16 से 18 हजार रुपये सीधे जाएंगे। इससे उन्हें उनकी मेहनत का पूरा मूल्य मिलेगा और किसी भी प्रकार के शोषण को रोका जा सकेगा।
प्रदेश देश की आर्थिक ताकत बनकर उभरा
सीएम योगी ने यूपी की वर्तमान स्थिति पर भी बयान देते हुए कहा कि आज प्रदेश का पोटेंशियल पूरी दुनिया के सामने है, जबकि पहले यूपी को सिर्फ एक श्रमिक प्रदेश के रूप में जाना जाता था। अब यह प्रदेश देश की आर्थिक ताकत बनकर उभरा है। उन्होंने प्रदेश में आई डिजिटल क्रांति का जिक्र करते हुए कहा कि आठ साल पहले जहां यूपी में 122.84 करोड़ का डिजिटल ट्रांजेक्शन था, वहीं 2024-25 में यह बढ़कर 1024.41 करोड़ हो गया है।
प्रदेश को 10 हजार करोड़ रुपये की बचत
सीएम ने डीबीटी को भ्रष्टाचार के खिलाफ एक प्रभावी उपाय बताया, जिससे लाभार्थियों का पैसा सीधे उनके खातों में पहुंच रहा है। इस प्रणाली के तहत, पिछले एक साल में 9.08 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को 1,11,637 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है, जिससे राज्य को लगभग 10 हजार करोड़ रुपये की बचत हुई है।
माफियाओं के खिलाफ की जा रही सख्त कार्रवाई
सीएम योगी ने राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि पहले माफिया प्रदेश में हावी थे और पुलिस उनके सामने नतमस्तक रहती थी। अब प्रदेश का माहौल पूरी तरह बदल चुका है। माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है और अब उन्हें पुलिस का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा शासन अब धमक से चलता है और यही धमक माफियाओं को प्रदेश में महसूस हो रही है।
राज्य देश का सबसे बड़ा निवेश क्षेत्र बनकर उभरा
प्रदेश में निवेश के बढ़ते स्तर पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि पहले यूपी में कोई निवेश करने के लिए तैयार नहीं था, लेकिन अब यह राज्य देश का सबसे बड़ा निवेश क्षेत्र बनकर उभरा है। 2017 से 2024 तक यूपी में 14,008 करोड़ रुपये से अधिक का एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) आया है, जो 2000 से 2017 तक के 3303 करोड़ रुपये के एफडीआई से कई गुना अधिक है।