कानपुर, वाईबीएन संवाददाता (Kanpur News)
घाटमपुर के कैप्टन सुखवासी सिंह जनता शिक्षण संस्थान में आयोजित बजरंग दल की बैठक में मठ-मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की मांग उठी। वहीं वक्ताओं ने सनातन धर्म के लिए मतांतरण और धर्मांतरण को सबसे बड़ी चुनौती बताया। दो दिवसीय बैठक का शुभारंभ भानपुरा मठ के युवा आचार्य स्वामी वरुणेंद्र तीर्थजी महाराज तथा बजरंग दल के क्षेत्र संयोजक पूर्णेन्दु तथा प्रांत संयोजक आचार्य अजीत राज ने किया।
धर्मांतरण को बताया सबसे बड़ी विभीषिका
स्वामी वरुणेंद्र तीर्थजी महाराज ने देश में धर्मांतरण को सबसे बड़ी विभीषिका बताया। उन्होंने कहा, आज के समय में सनातन धर्म के सामने मतांतरण और धर्मांतरण बहुत बड़ी चुनौती मुंह खोलकर खड़ी है। आज हिंदू सनातन धर्म के जागृत युवाओं का कर्तव्य है की धर्म रक्षा मान बिंदुओं की संस्कृति की रक्षा के लिए परंपराओं के निर्वहन करें। हिंदू समाज का प्रत्येक व्यक्ति एक परिवार की तरह संगठित रहे। परिवार का कोई भी व्यक्ति हमसे छूटने न पाए और कोई भी व्यक्ति छोड़कर जाने न पाए। इस बात की हमें ही चिंता करनी है। निरंतर हिंदू समाज को कमजोर कर बांटने का षड्यंत्र रचने वाले विधर्मियों का मजबूती से प्रतिकार करना ही हमारा कर्तव्य है।
हिंदू समाज को दोहरा रवैया स्वीकार नहीं
बजरंग दल क्षेत्र संयोजक पूर्णेन्दु ने कहा कि भारतवर्ष में केवल हिंदू मठ मंदिरों में सरकार का नियंत्रण है, हिंदुओं के अलावा अन्य किसी मत मजहब संप्रदाय के धार्मिक स्थल सरकारी नियंत्रण से बाहर हैं। इस प्रकार का दोहरा रवैया हिंदू समाज को स्वीकार नहीं है। आज के समय में आवश्यकता है कि हिंदू मठ मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त किया जाए। उनकी व्यवस्था पूरी तरह से हिंदू समाज को सौंपी जाए। हिंदू मठ मंदिरों की सुचिता परंपरा की व्यवस्था हिंदुओं के हाथ में ही होनी चाहिए।
बजरंग दल के कार्यों पर हुई चर्चा
बजरंग दल प्रांत संयोजक आचार्य अजीत राज ने कार्यक्रम का संचालन किया और बजरंग दल कानपुर प्रांत के आगामी कार्यों के बारे में चर्चा की। अब तक किए गए विभिन्न प्रकार के कार्यों के बारे में जानकारी दी। दो दिवसीय बैठक में प्रांत विद्यार्थी प्रमुख नरेश तोमर , प्रान्त सह सुरक्षा प्रमुख सूरज ,विभाग सह संयोजक शुभम शौर्य अग्निहोत्री, जिला मंत्री राजा अग्निहोत्री, रमन अवस्थी, शिवम शुक्ला, बब्लू समेत कानपुर प्रांत विभाग एवं जिला स्तर के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।