/young-bharat-news/media/media_files/2025/02/26/RZDHcmi8hzLqHCoS7K3I.jpg)
सीएम ने जनता दर्शन में सुनीं लोगों की समस्याएं
प्रयागराज महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व, महाशिवरात्रि के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को पूरे आयोजन पर ऑनलाइन निगरानी बनाए रखी। इस विशेष दिन पर, जहां श्रद्धालु देवाधिदेव महादेव की आराधना में लीन थे, वहीं मुख्यमंत्री ने अपनी व्यस्तताओं के बावजूद 'जनता दर्शन' कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने आम जनता की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक समस्या का समाधान पारदर्शी और संतोषजनक तरीके से किया जाए।
जनसमस्याओं के समाधान में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि आम लोगों को परेशान करने या उनकी संपत्ति पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जनसमस्याओं के समाधान में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और सरकार हर पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
जनता दर्शन में मुख्यमंत्री की सक्रिय भागीदारी
गोरखनाथ मंदिर परिसर में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री स्वयं लोगों के पास पहुंचे और उनकी शिकायतें सुनीं। इस दौरान उन्होंने करीब 200 लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं का संज्ञान लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर शिकायत का त्वरित और निष्पक्ष समाधान सुनिश्चित किया जाए। खासतौर पर ज़मीन कब्जे से जुड़े मामलों में किसी भी पीड़ित को न्याय देने के लिए प्रशासन को सतर्क रहने के लिए कहा।
बीमारों को मिलेगी पूरी सहायता
जनता दर्शन में कई लोग आर्थिक मदद की उम्मीद से पहुंचे थे, जिनमें कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे। मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार उनके इलाज के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इलाज से जुड़ी प्रक्रियाओं को जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि जरूरतमंदों को त्वरित राहत मिल सके।
बच्चों से मुलाकात और आशीर्वाद
बुधवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों से खास मुलाकात की। उन्होंने न केवल बच्चों से पढ़ाई और उनके भविष्य को लेकर बातचीत की, बल्कि उन्हें चॉकलेट भी गिफ्ट की। मुख्यमंत्री ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें आशीर्वाद दिया। गोरखनाथ मंदिर में अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर मत्था टेकने के बाद, मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं से संवाद किया और छोटे बच्चों से हंसी-मजाक करते हुए उनकी पढ़ाई-लिखाई के बारे में जानकारी ली।