लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सुशासन की पहली शर्त कानून का पालन है और उत्तर प्रदेश में आज की कानून व्यवस्था देशभर में एक आदर्श बन चुकी है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की पुलिस कार्यशैली, तकनीकी उपयोग, और सुधारों की प्रशंसा करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर हुए सुधारों का परिणाम आज सभी के सामने हैं।
कानून के राज से नाखुश कौन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की कानून व्यवस्था की सख्ती को लेकर कहा कि आखिर कौन है जो कानून के राज से नाखुश है, यह हर व्यक्ति जानता है। उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर हर कोई चर्चा कर रहा है। सरकार की कार्य पद्धति, पारदर्शी व्यवस्था और पुलिस सुधारों की दिशा में किए गए प्रयासों का परिणाम साफ तौर पर सामने आ रहा है।
महाकुंभ में पुलिस के व्यवहार की सराहना
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महाकुंभ पर दिए गए बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने दो महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा की। पहली बात स्वच्छता और दूसरी बात पुलिस कर्मियों के व्यवहार को लेकर थी। उन्होंने बताया कि महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं ने पुलिस कर्मियों के व्यवहार की सराहना की और इसे उत्तर प्रदेश पुलिस की एक बड़ी उपलब्धि माना।
एनसीआरबी आंकड़ों में गिरावट
सीएम ने एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि वर्ष 2016 के मुकाबले प्रदेश में कई प्रमुख अपराधों में भारी कमी आई है। इसमें डकैती की घटनाओं में 84.41 प्रतिशत, लूट में 77.43 प्रतिशत, हत्या में 41.01 प्रतिशत, बलवा की घटनाओं में 66.04 प्रतिशत, अपहरण और दहेज हत्या में क्रमशः 54.72 और 17.08 प्रतिशत की कमी आई है। बलात्कार की घटनाओं में भी 26.15 प्रतिशत की गिरावट आई है।
पुलिस सुधार और नई यूनिट्स का गठन
प्रदेश में पुलिस सुधारों के तहत सात जनपदों में पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम लागू किया गया है, जो 1973 से 1974 से प्रस्तावित था, लेकिन किसी भी सरकार ने इसे लागू करने की हिम्मत नहीं की थी। अब लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, आगरा, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर और प्रयागराज जैसे प्रमुख शहरों में यह सिस्टम लागू किया गया है। इसके अलावा, प्रदेश के विभिन्न जनपदों में एटीएस की नई फील्ड यूनिट्स और तीन महिला पीएसी बटालियन की स्थापना की गई है।
भर्ती और तकनीकी सुधारों पर जोर
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में पुलिस विभाग में 2017 से अब तक 1,56,000 नई भर्तियां की गई हैं, और वर्तमान में 60,200 पुलिस कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा, 30,000 अन्य नई भर्तियां भी जल्दी ही आने वाली हैं। पुलिस विभाग में तकनीकी सुधारों के तहत साइबर क्राइम थानों की स्थापना की गई है और उत्तर प्रदेश पुलिस को अत्याधुनिक तकनीक और उपकरण प्रदान किए गए हैं।
सजा दिलवाने में बड़ी उपलब्धियां
मुख्यमंत्री ने ऑपरेशन कनविक्शन के तहत अब तक 51 अपराधियों को मृत्यु दंड की सजा और 6287 अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा दिलवाने की जानकारी दी। इसके साथ ही माफिया और संगठित अपराधियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की गई है। 31 माफिया और 74 संगठित अपराधियों को आजीवन कारावास की सजा दिलाई गई है।
महिला सुरक्षा और समाजिक सुरक्षा योजनाएं
सीएम ने बताया कि महिला सुरक्षा के लिए मिशन शक्ति के तहत पुलिस भर्ती में 20 प्रतिशत आरक्षण की सुविधा प्रदान की गई है। साथ ही, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत 22 लाख से अधिक बालिकाओं को लाभ मिला है। इसके अलावा, 1 करोड़ 4 लाख से अधिक परिवारों को पेंशन की सुविधा भी प्रदान की गई है।
विवाह योजना के तहत 3 लाख से अधिक शादियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत अब तक 3 लाख 22 हजार जोड़ों की शादी कराई जा चुकी है। इसके अलावा, अन्य सामाजिक योजनाओं के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों, कृषि उपकरणों की सस्ती दरों पर उपलब्धता, और अन्य कई योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है।