/young-bharat-news/media/media_files/2025/02/25/SVjH7qOWtDMhKEcoa6ky.jpeg)
सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी की मानसिकता पर जमकर हमला बोला। Photograph: (Social Media)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान परिषद अपनी सरकार का पक्ष रखा और समाजवादी पार्टी की मानसिकता पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का उद्देश्य अल्पसंख्यक बच्चों को केवल पारंपरिक मदरसों तक सीमित नहीं रखना है, बल्कि उन्हें डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक और साहित्यकार बनाने का भी अवसर देना है। मुख्यमंत्री ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के शिक्षा के दृष्टिकोण का उदाहरण देते हुए समाज के विकास के लिए शिक्षा के आधुनिकीकरण की आवश्यकता को अहम बताया।
शिक्षा के आधुनिकीकरण की दिशा में उठाए गए कदम
सीएम योगी ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से उत्तर प्रदेश में स्कूलों के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार प्रदेश में स्कूलों में मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था कर रही है, ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि शिक्षा का स्तर ऊंचा करने के लिए डबल इंजन सरकार ने व्यापक स्तर पर कार्य किया है और हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि हर बच्चा अपने क्षेत्र में आगे बढ़े और समाज के लिए उपयोगी नागरिक बने। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिन बच्चों को सिर्फ मजहबी शिक्षा हासिल करनी है, वे इसका चयन कर सकते हैं, लेकिन यदि कोई बच्चा एक अच्छा वैज्ञानिक, गणितज्ञ, या इंजीनियर बनना चाहता है, तो उसे आधुनिक शिक्षा प्राप्त करनी होगी।
वंचित जनजातियों के उत्थान के लिए सरकार के कदम
सीएम योगी ने विधान परिषद में थारू जनजाति और अन्य वंचित जनजातियों का उल्लेख करते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार ने इन जनजातियों को मुख्यधारा में लाने का महत्वपूर्ण काम किया है। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे इन जनजातियों की वास्तविक स्थिति से पूरी तरह अनजान हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि थारू, मुसहर, गोंड जैसी जनजातियां वर्षों से बुनियादी सुविधाओं से वंचित थीं, लेकिन अब डबल इंजन सरकार ने इन जनजातियों के लिए योजनाएं बनाई हैं, जिससे उन्हें राशन कार्ड, जमीन के पट्टे और मकान जैसी बुनियादी सुविधाएं मिल सकी हैं।
गरीबी उन्मूलन के लिए नए लक्ष्य
सीएम योगी ने सरकार की गरीबी उन्मूलन योजनाओं के बारे में भी बात की। उन्होंने बताया कि पिछले साढ़े सात वर्षों में सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले 6 करोड़ लोगों को मुख्यधारा में लाने का काम किया है। उन्होंने आगामी तीन वर्षों में 13.5 लाख परिवारों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए सरकार ने सर्वेक्षण कर ऐसे परिवारों की पहचान की है, जिनको बुनियादी सुविधाओं से जोड़ा जाएगा और उनकी वार्षिक आय को 1.25 लाख रुपये तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार इस दिशा में पहले चरण का काम पूरा कर चुकी है और इसे आगे प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा।
समाजवादी पार्टी की नीतियों पर किया कटाक्ष
सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी (सपा) की नीतियों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने सपा के PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) मॉडल को केवल दिखावा और तुष्टिकरण की राजनीति करार दिया। उन्होंने कहा कि सपा और कांग्रेस जैसे दल केवल राजनीति के लिए काम करते हैं, जबकि उनकी सरकार विकास के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
इंसेफेलाइटिस जैसी गंभीर बीमारी लगभग समाप्त
सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी और पिछली सरकारों की आलोचना करते हुए कहा कि जब इंसेफेलाइटिस जैसी गंभीर बीमारी से हजारों लोग मारे जा रहे थे, तब पिछली सरकारों ने इसे नजरअंदाज किया, लेकिन उनकी सरकार ने इसे एक मिशन के रूप में लिया और स्वास्थ्य सुविधाओं, टीकाकरण अभियान और स्वच्छता कार्यक्रमों के माध्यम से इस पर काबू पाया है। सीएम ने कहा कि आज इंसेफेलाइटिस लगभग समाप्त हो चुकी है, लेकिन विपक्ष इसके प्रभावी नियंत्रण को स्वीकारने को तैयार नहीं है।
बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए उठाए गए कदम
सीएम योगी ने प्रदेश के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए उठाए गए बड़े कदमों का जिक्र किया और कहा कि डबल इंजन सरकार ने प्रदेश में बड़े पैमाने पर सड़क निर्माण, जल आपूर्ति, स्वास्थ्य सुविधाओं और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार किया है। उन्होंने विपक्ष पर यह आरोप लगाया कि वे केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से इन विकास कार्यों को नकारते हैं और वास्तविकता से मुंह मोड़ते हैं। मुख्यमंत्री ने समापन में यह दोहराया कि डबल इंजन सरकार प्रदेश की समृद्धि और विकास के लिए लगातार काम कर रही है और किसी भी तरह के भेदभाव से ऊपर उठकर काम करती रहेगी।