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Firozabad News : एक्सप्रेस-वे पर बिछीं लाशें: जानें — आधी रात का वो खौफनाक मंज़र | यंग भारत न्यूज Photograph: (Google)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क ।बीती रात आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर हुए भीषण हादसे ने सबको झकझोर दिया है। एक बस और ट्रक की टक्कर में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हैं। यह दुर्घटना रात के सन्नाटे में हुई, जिसने कई परिवारों में मातम फैला दिया है। आखिर क्या था इस हादसे की वजह?
फ़िरोज़ाबाद के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर शुक्रवार 27 जून 2025 की देर रात लगभग 2:45 बजे एक भीषण सड़क दुर्घटना हो गई। एक तेज रफ्तार बस और ट्रक के बीच हुई आमने-सामने की टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मौके पर ही तीन लोगों ने दम तोड़ दिया। यह हादसा इतना दर्दनाक था कि बचाव दल के पहुंचने से पहले ही सब कुछ खत्म हो चुका था। एसपी फिरोजाबाद (ग्रामीण) त्रिगुण बिसेन ने इस दुर्घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि एक मृतक की पहचान हो गई है, जबकि अन्य दो की शिनाख्त की जा रही है।
आप सोच रहे होंगे कि आखिर रात के इस पहर में यह सड़क दुर्घटना कैसे हुई? क्या चालक नींद में थे या किसी और कारण से यह हादसा हुआ?
#WATCH फिरोजाबाद: एसपी फिरोजाबाद(ग्रामीण) त्रिगुण बिसेन ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर सड़क दुर्घटना पर कहा, "बीती रात लगभग 2:45 बजे एक बस और ट्रक के बीच दुर्घटना में मौके पर ही 3 लोगों की मौत हो गई, 2 लोग घायल हुए हैं। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। एक मृतक की पहचान हो गई… pic.twitter.com/11QnNpTB0J
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 28, 2025
चीख-पुकार और सन्नाटा: घायलों का दर्दनाक हाल
इस दर्दनाक हादसे में दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। घायलों का इलाज जारी है, लेकिन उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। रात के अंधेरे में हुए इस हादसे की वजह से घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोगों और पुलिस की मदद से घायलों को बाहर निकाला गया। चश्मदीदों के मुताबिक, टक्कर की आवाज इतनी तेज थी कि दूर तक सुनाई दी।
क्या रात में हाइवे पर सफर करना सुरक्षित है? यह सवाल इस हादसे के बाद एक बार फिर उठ खड़ा हुआ है।
अनियंत्रित रफ्तार या कुछ और? जांच जारी
पुलिस फिलहाल आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे दुर्घटना के कारणों की जांच कर रही है। एसपी त्रिगुण बिसेन ने बताया कि एक मृतक की पहचान हो चुकी है और उसके परिजनों को सूचित कर दिया गया है। अन्य मृतकों की पहचान के प्रयास जारी हैं। यह देखना होगा कि क्या यह हादसा चालकों की लापरवाही, अत्यधिक गति, या किसी यांत्रिक खराबी के कारण हुआ। अक्सर एक्सप्रेस-वे पर हादसे तेज रफ्तार के कारण होते हैं, लेकिन इस मामले में वास्तविक कारण जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
क्या हमारी सड़कों पर सुरक्षा नियमों का पालन हो रहा है?
सबक और सावधानियां: दोबारा न हो ऐसा हादसा
यह फ़िरोज़ाबाद दुर्घटना हमें फिर से सचेत करती है कि सड़क पर वाहन चलाते समय कितनी सावधानी बरतनी चाहिए। खासकर रात के समय लंबी दूरी की यात्रा करते समय नींद पर काबू पाना और गति सीमा का पालन करना बेहद जरूरी है। परिवहन विभाग और सरकार को भी सड़क सुरक्षा के नियमों को और सख्त करना चाहिए ताकि ऐसी दुखद घटनाएं दोबारा न हों।
क्या हम सब मिलकर इन हादसों को रोक सकते हैं?
परिवारों पर टूटा दुखों का पहाड़
इस हादसे ने न केवल मृतकों और घायलों को बल्कि उनके परिवारों को भी गहरे सदमे में डाल दिया है। जिन परिवारों ने अपने सदस्य खो दिए हैं, उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। कल्पना कीजिए, देर रात जब आप अपने घर में सो रहे हों और अचानक ऐसी मनहूस खबर मिले, तो कैसा लगेगा? यह फ़िरोज़ाबाद सड़क हादसा कई परिवारों के लिए एक कभी न भरने वाला घाव बन गया है।
आपका क्या मानना है, ऐसे हादसों को रोकने के लिए और क्या कदम उठाने चाहिए?
आपका नजरिया इस खबर पर क्या है? क्या आपको लगता है कि एक्सप्रेस-वे पर रात में सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए? नीचे कमेंट कर अपने विचार रखें और इस खबर को दूसरों तक पहुंचाएं ताकि सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़े।
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