Advertisment

UP NEWS: कहते है देवी पर समझते नहीं इंसान भी, कहां सुरक्षित है महिला?

बागपत में एक जेलर ने महिला डिप्टी जेलर से दुष्कर्म करने का किया प्रयास किया है। अभद्रता करने  वाले जेलर को मुख्यालय से किया अटैच कर दिया गया है। जांच के लिए मुख्यालय से आज महिला अधिकारी बागपत जेल भेजी गई है।

author-image
Manish Tilokani
एडिट
Lucknow Jail Case

बागपत, वाईबीएन नेटवर्कउत्तर प्रदेश के बागपत से एक बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां कारागार विभाग के जेल अधिकारी ने अपने साथ काम करने वाली महिला अधिकारी के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया है। खबर है कि बागपत जेल में एक जेलर ने एक महिला अधिकारी से छेड़छाड़ एवं अभद्रता की है। ये मामला अब प्रमुख सचिव से लेकर आईजी जेल तक पहुंच गया है। घटना की जानकारी मिलते ही आईजी पीवी रामाशास्त्री हरकत में आए और उन्होनें आनन-फानन में आरोपी जेलर को बागपत जेल से हटाकर कारागार मुख्यालय से अटैच कर दिया है। मामले की जांच के लिए मुख्यालय से एक महिला अधिकारी को बागपत भेजा गया है। अब रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।

Advertisment

ये है मामला 

जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक बागपत जिला जेल के अधीक्षक 31 दिसंबर को सेवानिवृत हो गए हैं। जेल का प्रभार अब जेलर जितेंद्र कश्यप के हाथों में था। सूत्रों के मुताबिक नए वर्ष के मौके पर जेलर और एक महिला डिप्टी जेलर समेत अन्य अधिकारियों के साथ महिला बैरेक पहुंचे। सूत्रों का कहना है कि इस दौरान जेलर ने महिला डिप्टी जेलर को अपने कार्यालय में बुलाया। कार्यालय का दरवाजा बंद कर उन्होंने महिला अधिकारी से छेड़छाड़ कर दुष्कर्म करने का प्रयास किया गया। महिला अधिकारी के विरोध करने पर अभद्रता करने के साथ- साथ जमकर पिटाई भी की। महिला जेलर बचने के लिए वह बॉथरूम में घुस कर बंद हो गई। थोड़े समय बाद जैसे ही वह बाहर निकली उसे फिर से पकड़ लिया गया। 

शिकायत के बाद हुई कारवाई

Advertisment

सूत्रों का कहना है कि महिला अधिकारी किसी तरह से अपने को बचाकर निकली और जेल गेट से फोन करके अपने पति को बुलाया और इसकी शिकायत विभाग के आईजी समेत अन्य अधिकारियों से की है। शिकायत पर आईजी जेल पीवी रामाशास्त्री ने बागपत जेल के जेलर जितेंद्र कश्यप को मुख्यालय से अटैच कर दिया। बरेली के जेलर शैलेश सिंह को बागपत जेल भेजा गया है। इस बाबत जब कारागार मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया तो अधिकारियों के फोन ही नहीं उठे।

Advertisment
Advertisment