Pahalgam आतंकी हमले में कानपुर के सीमेंट कारोबारी की हत्या, अंतिम यात्रा में बदली पहली वैवाहिक यात्रा
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने नवविवाहिता से धर्म पूछा और फिर उसके सीमेंट कारोबारी पति 31 वर्षीय शुभम द्विवेदी की गोली मारकर हत्या कर दी। शुभम अपनी नवविवाहिता पत्नी और परिवार के साथ कश्मीर की वादियों में छुट्टियां मनाने आए थे।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने नवविवाहिता से धर्म पूछा और फिर उसके सीमेंट कारोबारी पति 31 वर्षीय शुभम द्विवेदी की गोली मारकर हत्या कर दी। शुभम अपनी नवविवाहिता पत्नी और परिवार के साथ कश्मीर की वादियों में छुट्टियां मनाने आए थे। आतंकी हमले के समय पति-पत्नी के एक रिसोर्ट के बाहर बैठकर कुछ खा रहे थे। आतंकियों ने घूमघूम कर कई राउंड फायरिंग कर कई लोगों को मौत के घाट उतारा है। शुभम की हत्या के बाद पत्नी बेसुध हो गई, वहीं साथ आई मां सीना पीट-पीटकर कभी रोतीं तो कभी बेसुध हो रही थीं। बेटे की पहली वैवाहिक यात्रा उसकी अंतिम यात्रा में तब्दील हो गई।
सीमेंट कारोबारी परिवार के साथ घूमने गए थे कश्मीर
कानपुर के सरसौल थानांतर्गत हाथीपुर के रघुवीरनगर में रहने वाले संजय द्विवेदी का बेटा शुभम द्विवेदी सीमेंट का कारोबार कर रहा था। बीती 12 फरवरी को उनके 33 वर्षीय बेटे शुभम द्विवेदी की शादी एसन्या से की थी। नई बहू घर आने के बाद घर में खुशियां बिखरी हुई थीं। तेज गर्मियां शुरू होने पर परिवार वालों ने बहू को हिल स्टेशन में घुमाने का प्लान किया। शुभम ने बहन आरती और बहनाई शुभम दुबे को भी घूमने चलने के लिए मनाया और श्रीनगर की वादियों में जाने की तैयारी की। बहन और भाई ने मिलकर पिता और मा सीमा को भी साथ चलने के लिए सहमत किया था।
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जिद करके बेटा ले गया साथ
बेटे की जिद पर पिता संजय भी परिवार के साथ घूमने गए थे। आतंकी हमले में शुभम की हत्या की खबर पता चलते कानपुर में रहने वाले रिश्तेदारों ने फोन कॉल की तो संजय फफक पड़े। संजय ने रोते हुए बताया कि 17 अप्रैल को परिवार के साथ पहले दिल्ली और वहां से चलकर रात में श्रीनगर पहुंचे। शुभम ने पहले से ही होटल और गाइड व कार बुकिंग करा ली थी। 22 अप्रैल तक बहू-बेटे के साथ कई पर्यटन स्थलों पर घूमे। बच्चों को घूमते और खुश देखकर वह खुद को बहुत भाग्यशाली समझ रहे थे।
कश्मीर में आतंकी हमले में कानपुर के कारोबारी की हत्या Photograph: (फाइल फोटो)
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पूछा मुस्लिम हो, नहीं का इशारा देख मार दी गोली
उन्होंने फोन पर कानपुर में परिवार को बताया कि थक जाने के कारण पहलगाम की पहाड़ी के नीचे वह पत्नी सीमा के साथ रुक गए थे जबकि बेटा-बहू व बेटी-दामाद पहाड़ी के ऊपर चले गए थे। अचानक गोलियां चलने की आवाजें तो सुनी लेकिन वह आपस में बातें करते रहे। अचानक बेटी व दामाद भागते हुए आए और बताया आतंकियों ने शुभम को गोली मार दी है। यह सुनकर मां बेहोश हो गई। बताया कि आतंकी पीछे खड़े थे और पूछा मुस्लिम हो, बहू ने नहीं का इशारा किया। इसपर आतंकी बोले ये तुम्हारा पति है और हां का इशारा देखते ही शुभम को गोली मार दी। शुभम को गोली लगते ही देखते बहू बेसुध होकर वहीं गिर गई। कुछ देर तक पहाड़ी पर गोलियां चलने की आवाजें गूंजती रहीं।
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गांव में शोक की लहर, विनम्र स्वभाव का था शुभम
हाथीपुर में आतंकी हमले में शुभम की मौत की खबर मिलते ही इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। गांव के लोग उनके घर पर इकट्ठा होने लगे और परिजनों से जानकारी लेकर सांत्वना देते रहे। चाचा ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज द्विवेदी ने बताया कि दुखद खबर संजय द्विवेदी ने फोन पर दी। वहीं रिश्तेदार अवनीश अवस्थी बताते हैं कि शुभम द्विवेदी विनम्र स्वभाव और मेहनती था। मृदुभाषी और सरल स्वभाव के चलते वह सभी का प्रिय था। उसकी मौत की सूचना ने झकझोर दिया है। प्रशासन की ओर से शव को कानपुर लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।