संभल, वाईबीएन नेटवर्क।
Sambhal Violence Case: संभल हिंसा मामले में एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने रविवार को जामा मस्जिद के सदर एडवोकेट जफर अली को गिरफ्तार कर लिया है। शाही जामा मस्जिद कमेटी के सदर एडवोकेट जफर अली से एसआईटी पूछताछ कर रही है। सुरक्षा के लिए कोतवाली में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है।
संभल हिंसा में जफर अली के खिलाफ सबूत मिले
जफर अली को पहले कई बार नोटिस जारी किया जा चुका था, लेकिनन वे हारिजर नहीं हुए थे। रविवार को पुलिस ने जफर अली को हिरासत में लिया और संभल में विवादित स्थल के सर्वे को लेकर हुई हिंसा के मामले में पूछताछ की। पूछताछ के बाद पुलिस ने जफर अली को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के मुताबिक, 24 नवंबर को संभल में हुई हिंसा के मामले में जफर अली के खिलाफ सबूत मिले हैं। उनके ऊपर हिंसा भड़काने का आरोप है। जफर अली को संभल हिंसा का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।
पहले से थी सर्वे की जानकारी
पुलिस के अनुसार, सदर एडवोकेट जफर अली को सबसे पहले सर्वे की जानकारी पहले से थी। उन्हें पता था कि 19 नवंबर को सर्वे होगा। इस दिन भीड़ जुट गई थी और कुछ ही देर सर्वे हो पाया। 24 नवंबर को होने वाले सर्वे की जानकारी भी जफर अली को पहले से थी। इस दिन बड़ी मात्रा में भीड़ इकट्ठा हुई। जिसके बाद संभल में हिंसा हुई।
संभल हिंसा मामला
गौरतलब है कि 24 नवंबर 2024 को संभल के शाही जामा मस्ज़िद के दूसरे सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी,जिसमें चार लोगों की मौत हुई थी। हिंसा के दौरान 29 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे। संभल हिंसा मामले ने देशभर में तूल पकड़ा था। मामले की निष्पक्ष जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया था। इस मामले की जांच जारी है। जल्द ही इस पर रिपोर्ट पेश की जा सकती है।