मऊ, वाईबीएन संवाददाता ।
वैसे तो बिजली के मामले में अपना यूपी तो अव्वल है। लेकिन, सरकार के कैबिनेट मंत्री की जनसभा में अचानक बत्ती गुल हो जाए तो क्या होगा । जी हां! हुआ कुछ ऐसा ही और फिर मंत्री जी का गुस्सा अफसरों पर फूट पड़ा। काश! जब आम जनता बिजली के रोती बिलगती है और परेशान होती तब भी मंत्री जी को ऐसे ही गुस्सा आता और पूरे प्रदेश की जनता को अनकट विद्युत सप्लाई मिलती।
हम बात कर रहे हैं बीते बुधवार शाम यानि 26 मार्च की। मऊ में एक अनोखी घटना घटी, जब ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की जनसभा के दौरान अचानक बिजली गुल हो गई। मंत्री जी हनुमान घाट मोहल्ले में भाषण दे रहे थे, तभी अंधेरा छा गया। अधिकारियों की सांसें फूल गईं, और आनन-फानन में बिजली बहाल की गई। लेकिन, मंत्री जी ने इस लापरवाही को गंभीरता से लिया और तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए।
नतीजा यह हुआ कि बिजली विभाग के एसडीओ और अवर अभियंता को निलंबित कर दिया गया, जबकि अधिशासी अभियंता को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। अधीक्षण अभियंता से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।
अधिकारियों के अजीब बहाने
विभागीय सूत्रों के अनुसार, पहले तो अधिकारी ट्रांसफार्मर में आग लगने का बहाना बना रहे थे, लेकिन मंत्री जी को उनकी खामियां पहले से ही पता थीं। इसलिए, जैसे ही उनके सामने यह गड़बड़ी हुई, उन्होंने तुरंत एक्शन लिया।
जनसंवाद कार्यक्रम में पहुंचे थे मंत्री जी
minister ak sharma वंदन योजना के तहत घाटों के कायाकल्प के लिए जनसंवाद कार्यक्रम में आए थे। लेकिन, बिजली विभाग की लापरवाही ने उनके कार्यक्रम में खलल डाल दिया।
इस घटना ने बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि इस घटना के बाद विभाग अपनी कार्यशैली में सुधार करता है या नहीं।