लखनऊ, वाईबीएन नेटवर्क।
राणा-सांगा पर बयानबाजी को लेकर उत्तर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन के घर हुए हमले को लेकर अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा है। अब इस विवाद में बसपा सुप्रीमो मायावती (mayawati) की भी एंट्री हो गई है। मायावती ने अखिलेश यादव (akhilesh yadav) पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सपा इस पर अपनी राजनीतिक रोटी सेकना बंद करे। मायावती ने 30 साल पुरानी घटना का जिक्र करते हुए माफी की मांग भी की है।
मायावती बोलीं- जानलेवा हमला भी याद करना चाहिए
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए पोस्ट किया। मायावती ने पोस्ट करते हुए लिखा, "आगरा की हुई घटना के साथ-साथ सपा मुखिया अखिलेश यादव को इनकी सरकार में 2 जून 1995 को लखनऊ स्टेट गेस्ट हाउस कांड में इस पार्टी द्वारा मेरे ऊपर कराया गया जानलेवा हमला भी इनको जरूर याद कर लेना चाहिए तथा इसका पश्चाताप भी जरूर करना चाहिए।" मायावाती ने आगे लिखा, "अतः आगरा घटना की आड़ में अब सपा अपनी राजनीतिक रोटी सेंकना बंद करे और आगरा की हुई घटना की तरह यहां दलितों का उत्पीड़न और ज्यादा न कराए।"
सपा घिनौनी राजनीति कर रही- मायावती
मायावती ने गुरुवार को भी इस मुद्दे पर बयान दिया था। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा था, "सपा अपने राजनीतिक लाभ के लिए अपने दलित नेताओं को आगे करके जो घिनौनी राजनीति कर रही है अर्थात उनको नुकसान पहुंचाने में लगी है, यह उचित नहीं। दलितों को इनके सभी हथकंडों से सावधान रहना चाहिए। आगरा की हुई घटना अति चिंताजनक है।" मायावती ने लिखा कि सपा को अपने स्वार्थ में किसी भी समुदाय का अपमान करना ठीक नहीं, जिसके तहत अब इनको किसी समुदाय में दुर्गंध व किसी में सुगंध आ रही है। इससे समाज में अमन-चैन व सौहार्द बिगड़ेगा, जो ठीक नहीं।
रामजी लाल सुमन के घर हमला
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने राणा सांगा को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद बुधवार को उनके घर पर हमला किया गया था। रामजी लाल सुमन के घर करणी सेना द्वारा तोड़ फोड़ भी गई थी। अखिलेश यादव इस घटना पर सरकार को घेर रहे हैं।