मेरठ, वाईबीएन न्यूज। मुंबई के हलाल अपार्टमेंट के बाद अब ठीक ऐसा ही विवाद मेरठ में अब्दुल्ला रेजीडेंसी को लेकर खड़ा हो गया है। उत्तर प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री सोमेंद्र तोमर ने दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे के समीप विकसित की जा रही अब्दुल्ला रेजीडेंसी को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका आरोप है कि इस टाउनशिप में न केवल एक हिस्ट्रीशीटर की जमीन होने की बात सामने आ रही है बल्कि इस टाउनशिप में हिंदुओं की एंट्री बैन करने की बात भी कही जा रही है। मेरठ से विधायक सोमेंद्र तोमर का कहना है कि इस कॉलोनी में हिंदू समुदाय के लोगों को प्रॉपर्टी खरीदने की अनुमति नहीं दिए जाने का आरोप है। इसके अलावा कॉलोनी परिसर में मस्जिद का निर्माण और गैंगस्टर शारीक परिवार की जमीन के शामिल होने का दावा भी सामने आया है।
विधायक डॉ. सोमेंद्र तोमर का बयान
मेरठ दक्षिण के विधायक और ऊर्जा मंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर ने आरोप लगाया कि कॉलोनी में हिंदुओं के साथ भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और कहा कि मस्जिद के नक्शे की वैधता की भी जांच होनी चाहिए। मंत्री ने साफ कहा कि धार्मिक आधार पर किसी भी कॉलोनी को बसाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने साफ कहा- कोई भी टाउनशिप किसी धर्म विशेष के लिए नहीं बनाई जा सकती, जरूरत पड़ेगी तो वे इस टाउनशिप की जांच कराएंगे। सोमेंद्र तोमर का बयान सामने आने के बाद मामले ने सियासी रंग ले लिया है।
'धर्म विशेष के पक्ष में भेदभाव नहीं किया जाएगा'
ऊर्जा मंत्री ने आश्वासन दिया कि यदि जरूरत पड़ी तो जिला स्तर से लेकर उच्च स्तर तक जांच करवाई जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि मेरठ में किसी भी धर्म विशेष के पक्ष में भेदभाव नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा- 2017 से पहले मेरठ दंगों के लिए बदनाम था, लेकिन अब ऐसा नहीं है, मेरठ विकास की ओर बढ़ रहा है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में शहर ने विकास की रफ्तार पकड़ी है और अब NCR का तेजी से उभरता जिला बन गया है।
मुंबई में हलाल अपार्टमेंट विवाद भी जानें
बता दें कि कुछ माह पहले मुंबई में "हलाल अपार्टमेंट" के नाम से बने एक हाउसिंग प्रोजेक्ट को लेकर भी इस तरह का विवाद खड़ा हो गया था। उस प्रोजेक्ट में केवल मुस्लिमों को जगह देने का दावा किया गया था, जिसके बाद कड़ी आलोचना के चलते डेवलपर्स को अपना विज्ञापन वापस लेना पड़ा था।
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