लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
राष्ट्रीय उलमा कौंसिल के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर अनिल सिंह और महासचिव एडवोकेट तलहा रशादी के नेतृत्व में आज एक प्रतिनिधिमंडल ज़िला कुशीनगर के हाटा बाज़ार की मदनी मस्जिद पहुंचा। उलमा कौंसिल ने इस दौरान कहा कि दो दिन पहले प्रशासन ने ग़ैर क़ानूनी तरीके से बुलडोज़र चलाया था और मस्जिद का बड़ा हिस्सा अवैध अतिक्रमण बता गिरा दिया था।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना
कुशीनगर पहुंचकर पार्टी नेताओं और वकीलों ने मस्जिद का निरीक्षण किया और साथ ही मस्जिद कमेटी के सरबराह हाजी हामिद साहब और अन्य लोगों से मुलाक़ात कर पूरा मामला समझा। उलमा कौंसिल के प्रतिनिधिमंडल ने मस्जिद के काग़ज़ात देखे और ये तय पाया कि मस्जिद तोड़े जाने की कार्यवाही पूर्ण रूप से अवैध और गैर कानूनी थी। उन्होंने कहा कि यह मामला स्पष्ट रूप से सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन है। एक वर्ग के तुष्टिकरण और एक समुदाय का मनोबल तोड़ने के लिए मस्जिद पर बुलडोज़र की कार्यवाही की गई है जो कि अफसोसनाक है। इस कार्यवाही के खिलाफ मस्जिद कमेटी के साथ मिलकर कोर्ट का रास्ता अपनाया जाएगा और दोषी अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही कराने व मस्जिद के टूटे हुए हिस्से के पुनः निर्माण के लिए हर आवश्यक कोशिश की जाएगी। प्रतिनिधमंडल में मुख्य रूप से पार्टी लीडर हुजैफा रशादी, नुरूलहूदा अंसारी, अब्दुल्लाह शेख, मोहम्मद नसीम, मेराज खान, अमीरुद्दीन अंसारी व जिला यूनिट कुशीनगर समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
सपा के बाद राष्ट्रीय उलमा कौंसिल का दौरा
गौरतलब है कि मदनी मस्जिद पर प्रशासनिक कार्यवाही के खिलाफ एक के बाद एक सियासी दल आगे आ रहे है। बुलडोजर की इस कार्रवाई को जहां सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन माना जा रहा है वहीं कागज़ात और जानकारी करने के बाद इस कृत्य को विपक्षी दल गैर कानूनी भी करार दे रहे है। समाजवादी पार्टी के डेलिगेशन के बाद बुधवार को राष्ट्रीय उलमा कौंसिल का प्रतिनिधिमंडल मदनी मस्जिद पहुंचा।