Advertisment

sambhal violence : दूसरे दिन 20 से अधिक लोगों के दर्ज हुए बयान

यूपी के संभल जिले में विवादित जामा मस्जिद और हरिहरनाथ मंदिर के सर्वे के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग की टीम ने शनिवार को भी पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में हिंसाग्रस्त इलाकों के लोगों के बयान दर्ज किए।

author-image
Shishir Patel
photo

बयान लेने पहुंची जांच टीम

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

Advertisment

यूपी के संभल जिले में विवादित जामा मस्जिद और हरिहरनाथ मंदिर के सर्वे के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग की टीम ने शनिवार को भी पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में हिंसाग्रस्त इलाकों के लोगों, पुलिस कर्मियों और अधिकारियों के बयान दर्ज किए।

टीम ने 20 से अधिक लोगों दर्ज किये बयान 

शुक्रवार को आयोग की टीम चौथी बार संभल पहुंचीं थीं। इस दाैरान निरीक्षण भवन में 29 लोगों के बयान दर्ज किए थे। आज टीम ने 20 से अधिक लोगों और अधिकारियों को निरीक्षण भवन में बुलाया और उनके बयान दर्ज किए। इसके साथ ही आयोग की टीम सभी पहलुओं की गहनता से जांच कर रही है। इसका उद्देश्य बवाल के कारणों, दोषियों की भूमिका और प्रशासन की कार्रवाई की विस्तृत पड़ताल करना है।

Advertisment

24 नवम्बर को सर्वे के दौरान तीन स्थानों परहुआ था

बवाल 

संभल जिले में विवादित जामा मस्जिद व हरिहरनाथ नाथ मंदिर में 24 नवम्बर 2024 को सर्वे के दौरान तीन स्थानों पर हिंसा और बवाल हुआ था। पहला बवाल विवादित जामा मस्जिद के नजदीक हुआ था, जहां पांच लोगों की जान गई थी। दूसरा बवाल नखासा तिराहे पर हुआ था, जहां पुलिस पर पथराव और फायरिंग की गई थी। इसके बाद तीसरी हिंसा हिंदूपुरा खेड़ा में हुई थी। यहां पुलिस के अधिकारियों पर जानलेवा हमला किया गया था। इस हिंसा की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया गया है, जिसमें आयोग के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायाधीश देवेंद्र अरोड़ा, पूर्व पुलिस महानिदेशक एके जैन तथा सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अमित मोहन प्रसाद शामिल हैं।

Advertisment
Advertisment