MILKIPUR ELECTION - सपा- भाजपा की साख दांव पर , 2 को रणनीति बनाने पहुंचेंगे अखिलेश
यूपी मे उपचुनाव सत्ता का ही माना जाता है लेकिन मिल्कीपुर उपचुनाव मे सपा और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर देखी जा रही है. सीएम योगी लगातार मिल्कीपुर का दौरा कर रहे हैं. तो अखिलेश यादव भी पहुंच रहे हैं मिल्कीपुर
मिल्कीपुर विधान सभा उपचुनाव। कहनें को तो एक सीट पर चुनाव होना है.और उस सीट पर हार और जीत का असर योगी सरकार पर नही पड़नें वाला है। लेकिन सपा और भाजपा के तेवर ऐसे कि मानों सरकार ही दांव पर हैं। भाजपा के स्टार प्रचारक और सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार मिल्कीपूर में चुनावी बिसात बिछा रहे हैं। हलांकि इसमें समाजवादी पार्टी भी पीछे नही है। सपा के कद्दावर नेताओं की मानें तो बहुत जल्द मिल्कीपुर में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने प्रत्याशी अजीत सिंह का चुनाव करते नज़र आएंगे। पार्टी नेताओं की मानें तो सांसद और अखिलेश की पत्नी डिम्पल यादव भी पार्टी का प्रचार करने वहां पहुंच सकती हैं। तो वहीं पार्टी नें 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट भी जारी की है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव 2 फरवरी को जा सकते हैं मिल्कीपुर
मिल्कीपुर मे 5 तारीख को वोटिंग होनी हैं. उम्मीद की जा रही थी अखिलेश मिल्कीपुर मे प्रचार करनें जाएंगे। लेकिन परिवार में एक हादसे के चलते अखिलेश मिल्कीपुर नही जा सके। लिहाज़ा उन्होनें लखनऊ से ही बयान जारी कर माहौल बनाना शुरु कर दिया। तो साथ में सोशल मीडिया के ज़रिये भी भाजपा पर हमला करते नज़र आये। अब बताया जा रहा है कि अखिलेश 2 फऱवरी को मिल्कीपुर जा सकते हैं। ज़ाहिर है प्रचार के आखिरी लम्हो में उनका प्रचार मे पहुंचना कितना कारगर हो पायेगा ये तो वक्त ही बतायेगा।
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संगठन और कार्यकर्ताओं की पुख्तगी परखनें की कोशिश में हैं अखिलेश
अखिलेश का ना पहुंचना अखिलेश के लिये भी फायदे का सौदा साबित हो रहा है। ऐसे में अखिलेश को संगठन और कार्यकर्ताओं को आंकनें का मौका भी मिल सकता है। अखिलेश लखनऊ मे ये कह चुके हैं कि वोटिंग के दिन कार्यकर्ताओं को पूरी आज़ादी है कि वो हालात के मुताबिक खुद फैसले लें। अखिलेश लगातार कह रहे हैं कि स्थानीय प्रशासन सत्ता पक्ष के लिये काम कर रहा है। सपा लगातार चुनाव आयोग को इस बाबत चिट्ठी लिखकर अपनें बात कह रहा है।
सपा स्टार प्रचारक मिल्कीपुर
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आजम खान जेल मे लेकिन फिर भी सपा के स्टार प्रचारक
सपा के सस्थापक सदस्य और एक वक्त मे पार्टी के कद्दावर नेता रहे आज़म खान लम्बे वक्त से जेल में हैं। ज़ाहिर है वो पार्टी के लिये किसी भी स्तर से प्रचार करने की हालत मेंं नही हैं। लेकिन फिर भी पार्टी ने एक बार फिर उनका नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट मे शामिल किया है। तो सवाल है कि जब वो जेल से बाहर आ नही सकते तो फिर उनका नाम शामिल करने का क्या औचित्य है। तो जवाब है मुस्लिम वोट बैंक को रिझानें का. तो वहीं इस लिस्ट में नाम है सपा के पूर्व मंत्री आनन्द सेन का. आनन्द सेन का फैज़ाबाद की राजनीति में खास दखल है. उनके पिता मित्र सेन यादव चार बार मिल्कीपुर से ही विधायक रह चुके हैं. ज़ाहिर है उनका नाम इस लिस्ट में बताता है कि सपा ने कितनी बारीकि से अपनें स्टार प्रचारकों का नाम तय किया है.
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