लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
उत्तर प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान सोमवार को सदन में तीखी नोकझोंक देखने को मिली। बजट पर चर्चा के दौरान उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की एक टिप्पणी पर विपक्षी सदस्यों ने आपत्ति जताई। ब्रजेश पाठक ने पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के एक पुराने बयान का जिक्र किया। इस पर समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी ओर हंगामा कर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से माफी की मांग पर अड़ गए। कई बार विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अनुरोध किए जाने के बावजूद वे अपनी मांग पर कायम रहे और सदन के वेल में आकर नारेबाजी करते रहे।
प्रश्नकाल के दौरान गर्माया माहौल
सोमवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सपा विधायक समरपाल सिंह के एक सवाल पर ब्रजेश पाठक ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा नेताजी का सम्मान तो बहुत किया। सपा वाले नेताजी की हर बात मानते हैं। क्या वह बात भी मानेंगे। लड़कों से गलती हो जाती है। जिससे विपक्षी सदस्य भड़क उठे। इसके बाद समाजवादी पार्टी के विधायकों ने जोरदार विरोध दर्ज कराया। सदन के अध्यक्ष ने मामले को शांत करने की कोशिश की और विपक्ष से आग्रह किया कि वे हर बात को नकारात्मक रूप में न लें।
शिवपाल ने कहा साफ पानी केवल वीआईपी लोगों को
सपा नेता शिवपाल यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वे आस्था और व्यवस्था का समन्वय नहीं कर पाए हैं, जिसके कारण अव्यवस्था देखने को मिल रही है। उन्होंने कुंभ में स्वच्छ पानी की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि साफ पानी केवल वीआईपी लोगों को ही मिला है, जबकि आम श्रद्धालुओं को इसके लिए परेशान होना पड़ा। शिवपाल यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने प्रचार-प्रसार करके लोगों को कुंभ में आमंत्रित तो कर लिया, लेकिन सुविधाओं का समुचित प्रबंध नहीं किया। उन्होंने यह भी कहा कि कुंभ सदियों पुरानी परंपरा है और उनकी सरकार में भी दो बार कुंभ का आयोजन हुआ था, लेकिन तब ऐसी अव्यवस्था कभी नहीं देखी गई।
विपक्ष का कड़ा रुख
विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी से सदन की गरिमा प्रभावित होती है और किसी सम्मानित नेता के बारे में इस प्रकार की बातें नहीं की जानी चाहिए। वहीं, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने स्पष्ट किया कि किसी विशेष व्यक्ति का नाम नहीं लिया गया और किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था।
स्वास्थ्य से जुड़े सवालों पर चर्चा
सोमवार को विधानसभा में ज्यादातर सवाल चिकित्सा विभाग और चिकित्सा शिक्षा से जुड़े थे। इस दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और चिकित्सा राज्य मंत्री मंयकेश्वर सिंह भी सदन में उपस्थित रहे। इस बार यूपी विधानसभा का बजट सत्र 11 दिनों का रखा गया है, जो 5 मार्च तक चलेगा। 20 फरवरी को प्रदेश सरकार द्वारा बजट पेश किया गया था।
UP Budget 2025 : ब्रजेश पाठक की टिप्पणी पर सपा का हंगामा, नारों से गूंजा सदन, माफी की मांग
उत्तर प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान सोमवार को सदन में तीखी नोकझोंक देखने को मिली। बजट पर चर्चा के दौरान उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की एक टिप्पणी पर विपक्षी सदस्यों ने आपत्ति जताई।
ब्रजेश पाठक की टिप्पणी पर सपा का हंगामा
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
उत्तर प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान सोमवार को सदन में तीखी नोकझोंक देखने को मिली। बजट पर चर्चा के दौरान उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की एक टिप्पणी पर विपक्षी सदस्यों ने आपत्ति जताई। ब्रजेश पाठक ने पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के एक पुराने बयान का जिक्र किया। इस पर समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी ओर हंगामा कर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से माफी की मांग पर अड़ गए। कई बार विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अनुरोध किए जाने के बावजूद वे अपनी मांग पर कायम रहे और सदन के वेल में आकर नारेबाजी करते रहे।
प्रश्नकाल के दौरान गर्माया माहौल
सोमवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सपा विधायक समरपाल सिंह के एक सवाल पर ब्रजेश पाठक ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा नेताजी का सम्मान तो बहुत किया। सपा वाले नेताजी की हर बात मानते हैं। क्या वह बात भी मानेंगे। लड़कों से गलती हो जाती है। जिससे विपक्षी सदस्य भड़क उठे। इसके बाद समाजवादी पार्टी के विधायकों ने जोरदार विरोध दर्ज कराया। सदन के अध्यक्ष ने मामले को शांत करने की कोशिश की और विपक्ष से आग्रह किया कि वे हर बात को नकारात्मक रूप में न लें।
शिवपाल ने कहा साफ पानी केवल वीआईपी लोगों को
सपा नेता शिवपाल यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वे आस्था और व्यवस्था का समन्वय नहीं कर पाए हैं, जिसके कारण अव्यवस्था देखने को मिल रही है। उन्होंने कुंभ में स्वच्छ पानी की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि साफ पानी केवल वीआईपी लोगों को ही मिला है, जबकि आम श्रद्धालुओं को इसके लिए परेशान होना पड़ा। शिवपाल यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने प्रचार-प्रसार करके लोगों को कुंभ में आमंत्रित तो कर लिया, लेकिन सुविधाओं का समुचित प्रबंध नहीं किया। उन्होंने यह भी कहा कि कुंभ सदियों पुरानी परंपरा है और उनकी सरकार में भी दो बार कुंभ का आयोजन हुआ था, लेकिन तब ऐसी अव्यवस्था कभी नहीं देखी गई।
विपक्ष का कड़ा रुख
विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी से सदन की गरिमा प्रभावित होती है और किसी सम्मानित नेता के बारे में इस प्रकार की बातें नहीं की जानी चाहिए। वहीं, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने स्पष्ट किया कि किसी विशेष व्यक्ति का नाम नहीं लिया गया और किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था।
स्वास्थ्य से जुड़े सवालों पर चर्चा
सोमवार को विधानसभा में ज्यादातर सवाल चिकित्सा विभाग और चिकित्सा शिक्षा से जुड़े थे। इस दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और चिकित्सा राज्य मंत्री मंयकेश्वर सिंह भी सदन में उपस्थित रहे। इस बार यूपी विधानसभा का बजट सत्र 11 दिनों का रखा गया है, जो 5 मार्च तक चलेगा। 20 फरवरी को प्रदेश सरकार द्वारा बजट पेश किया गया था।