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UP के हर मंडल में बनेगा विश्वविद्यालय, CM Yogi ने किया एलान, सपा पर साधा निशाना

CM Yogi ने कहा कि सरकार हर मंडल में एक विश्वविद्यालय बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। आज यूपी का परसेप्शन बेहतर हुआ है और महाकुम्भ ने उसको एक नई ऊंचाई दी है।

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Deepak Yadav
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सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ Photograph: (YBN)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार हर मंडल में एक विश्वविद्यालय बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। वर्तमान में मां शाकम्भरी विश्वविद्यालय सहारनपुर और राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय अलीगढ़ में क्रियाशील हो चुका है। सरकार ने मां शाकुम्भरी के नाम पर सहारनपुर, राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर अलीगढ़, महाराजा सुहेलदेव के नाम पर आजमगढ़, मां विंध्यवासिनी के नाम पर मीरजापुर, मां पाटेश्वरी के नाम पर देवीपाटन मंदिर और साथ ही साथ मुरादाबाद मंडल में विश्वविद्यालय गुरु जंभेश्वर के नाम पर विश्वविद्यालय के स्थापना की करने की कार्रवाई को आगे बढ़ाया है। इसमें से तीन विश्वविद्यालय शुरू चुके हैं और तीन विश्वविद्यालय नए सत्र में प्रारंभ जा जाएंगे। कुशीनगर में भी महात्मा बुद्ध के नाम पर भी कृषि एवं  प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के निर्माण का कार्य आगे बढ़ चुका है। जगदगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय चित्रकूट को राज्य विश्वविद्यालय के रूप में मान्यता दी गयी है। इसे सरकार संचालित कर रही है। इसके साथ ही सरकार ने निजी क्षेत्र में भी विश्वविद्यालय बनाने की पॉलिसी पर काम किया है। इसके तहत अब तक बड़े पैमाने पर निजी विश्वविद्यालय बन भी चुके हैं।

महाकुम्भ ने प्रदेश के परसेप्शन को नई ऊंचाई दी 

सीएम ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश के नाम पर लोगों को कमरे और धर्मशालाओं में कपड़े नहीं मिलते थे। नौजवान को अपनी पहचान छुपानी पड़ती थी। आज प्रदेश में डबल इंजन की सरकार के कार्यों की वजह से प्रदेशवासियों के सामने अपनी पहचान का संकट खत्म हो गया है। आज यूपी का परसेप्शन बेहतर हुआ है और महाकुम्भ ने उसको एक नई ऊंचाई दी है। एक नई पहचान दी है। हमारी सरकार लखनऊ में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के नाम पर एक राजकीय संस्कृत केंद्र का निर्माण करने जा रही है। यह वर्ष लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की 300 जयंती का भी वर्ष है। सरकार ने बजट में उनके लिए घोषणा की है। सरकार काशी में संत रविदास की पावन जन्मभूमि धीर गोवर्धनपुर, महर्षि वाल्मीकि की पावन साधना शास्त्री लालपुर और संत तुलसीदास की पावन जन्मस्थली राजापुर को एक भव्य स्वरूप देने का कार्य कर रही है। 

प्रयागराज से काशी तक नया कॉरिडोर

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में कई कॉरिडोर का निर्माण किया गया है। इसमें एक कॉरिडोर प्रयागराज से मां विंध्यवासिनी धाम होते हुए काशी तक के लिए जाता है। वहीं दूसरा कॉरिडोर गोरखपुर के आसपास के क्षेत्र में तैयार हुआ है। इसके अलावा अयोध्या के आसपास के क्षेत्र में तैयार हुआ है। वहीं लखनऊ और नैमिषारण्य के आसपास के क्षेत्र में तैयार हुआ है। मथुरा-वृंदावन के आसपास के क्षेत्र में भी तैयार हुआ है, जहां आ करके देश और दुनिया भर के लाखों श्रद्धालु दर्शन का लाभ ले रहे हैं। वह अपने साथ उत्तर प्रदेश की एक अच्छी धारण लेकर जा रहे हैं। यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां के लोग पहले अपनी पहचान को छुपाते थे। 

प्रदेश में पहली बार 2018 में यूपी स्थापना दिवस का आयोजन

सीएम योगी ने कहा कि यह वर्ष उत्तर प्रदेश की स्थापना का भी अमृत महोत्सव वर्ष है। 24 जनवरी 1950 को उत्तर प्रदेश के नामकरण का नोटिफिकेशन जारी हुआ था। 24 जनवरी 2018 को पहली बार प्रदेश के स्थापना दिवस का आयोजन हुआ था। इससे पहले वर्ष 1950 से लेकर के 2017 तक कभी भी स्थापना दिवस का आयोजन नहीं हुआ।  सरकार ने वर्ष 2019 में प्रदेश में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना घोषित की। यह प्रदेश के हस्तशिल्पियों और कारीगरों को सम्मान देने का कार्यक्रम है, जो गांव और गांव के पंचायती राज व्यवस्था में अपना योगदान दे रहे हैं। वह गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में अपना योगदान देते थे, लेकिन वह उपेक्षित पड़े हुए थे। सपा ने इन लोगों को बांटने का काम किया, लेकिन कभी उनको आत्मनिर्भरता के मार्ग पर ले जाने का प्रयास नहीं किया। इनके लिए कभी कोई सार्थक पल नहीं की, जिसकी वजह से यह पलायन करने के लिए मजबूर थे। हमने 16 कैटेगरी में इन लोगों की व्यवस्थित ट्रेनिंग, बैंक से सस्ता लोन उपलब्ध करवाया। आज देश में पीएम विश्वकर्मा के रूप में योजना चल रही है। 

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ग्लोबल इंवेस्टर समिट देश का सबसे सफलतम समिट रहा

सीएम ने कहा कि वर्ष 2025 महाकुम्भ के साथ-साथ मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना को लागू किया। यह योजना 24 जनवरी 2025 को लागू की गई। 1 वर्ष में 1 लाख युवा उद्यमी तैयार करने हैं जबकि पहले ही चरण में एक महीने में 96 लाख से अधिक एप्लीकेशन आ चुकी हैं। 76 लाख से अधिक को क्लिरेंस मिल चुका है। वहीं 24 जार से अधिक को अब तक बैंकों ने लोन के साथ जोड़ने की कार्यवाही कर दी है, जिसमें से 6000 से अधिक को लोन भी प्राप्त हो गया है। इसमें पहले चरण में युवाओं को 5 लाख और दूसरे चरण में 10 लाख तक का लोन फ्री इंटरेस्ट पर उपलब्ध कराया जाएगा। यह प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से आगे बढ़ रही है। 

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