कानपुर, सरस वाजपेयी (Kanpur News)
आम तौर पर सख्त दिखने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कानपुर में मेट्रो पर सफर के दौरान मजाकिया अंदाज दिखाकर यहां मौजूद सभी लोगों को दिल जीत लिया। मुख्यमंत्री के वापस जाने के बाद मेट्रो में उनके साथ सफर करने वाले अधिकांश नेता व अधिकारी मुख्यमंत्री के इस स्वभाव की ही चर्चा करते रहे।
पूर्व विधायक व क्षेत्रीय अध्यक्ष से पूछा टिकट लिया है क्या
बताया गया है कि रविवार को निरीक्षण के दौरान जब मुख्यमंत्री मेट्रो में सफर कर रहे थे शुरुआत में उनके साथ वैठे सभी नेता गंभीरता से चुपचाप बैठ गए। इस बीच अचानक ही मुख्यमंत्री ने अपनी तरफ वाली सीट पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के बगल की सीट पर बैठे बुंदेलखंड क्षेत्र के अध्यक्ष प्रकाश पाल से पूंछ लिया कि टिकट लिया है या नहीं। मुख्यमंत्री की यह बात सुुन सभी नेता हल्के फुल्के मूड में आ गये। प्रकाश पाल ने जवाब दिया कि हमारे तो टिकट आप ही हैं। मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक रघुनंदन सिंह भदौरिया से भी टिकट लेने की बात पूछ ली तो उन्होंने भी लगभग ऐसा ही जवाब दिया कि आप तो हैं ही हम लोग तो आपके पीछे पीछे हैं।
यह विधानसभा अध्यक्ष का मामला है
बताया गया है कि बातचीत के दौरान विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि आज टिकट की क्या जरूरत नहीं थी आप तो हैं ही यहां मौजूद सभी लोगों के टिकट आप हैं इस पर मुख्यमंत्री ने उनकी ओर मुखातिब होकर कहा यह स्थानीय मामला है वैसे भी आप विधानसभा अध्यक्ष है तो संवैधानिक काम में आप ही देखते हैं। इस बात पर सभी मुस्करा पड़े।
मजाकिया स्वभाव की तारीफ करते रहे नेता
अक्सर बैठकों में भी गंभीर रहने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मजाकिया अंदाज को देख उनके साथ सफर करने वाले स्थानीय नेता रात तक उनकी तारीफों के पुल बांध रहे थे। वह शाम को जहां भी गए इस सफर और मुख्यमंत्री के मजाकिया अंदाज की ही बात करते रहे। पूर्व विधायक रघुनंदन सिंह भदौरिया ने पूंछने पर इस स्वभाव की तारीफ करते हुए कहा कि वह सबसे छोटे थे शायद इसलिये ही मुख्यमंत्री ने उनसे पूछा कि टिकट लिया है या नहीं। प्रकाश पाल जी वरिष्ठ नेता हैं इसलिये उनसे टिकट लेने की बात मुख्यमंत्री ने पूंछी लेकिन आज मुख्यमंत्री के मजाकिया बातों ने सफर के दौरान माहौल को हल्का कर दिया था।
ज्यादा समय शहर को निहारते रहे
मेट्रो पर सफर के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ लोगों से बात करने के साथ ही ज्यादा समय खिडकी से बाहर की तरङ देखकर शहर की स्थितियों को निहारते रहे ताकि वह करीब से समझ सकें कि कानपुर में और क्या क्या किया जा सकता है। जिससे शहर और बेहतर दिख सके। उनके शहर को निहारने का असर बाद में हुई बैठक में भी दिखा जब उन्होंने कहा कि कल से ही हर वार्ड में सफाई अभियान शुूरू कर दिया जाए।
निरीक्षण करने आए थे मुख्यमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चौबीस अप्रैल को कानपुर में प्रस्तावित दौरे को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ रविवार को कानपुर आये थे। यहां उन्होंने कई स्थानों का निरीक्षण किया। भाजपा से जुड़े जानकार लोगों की मानी जाए तो पूर्व में हुए तमाम कार्यक्रमों अथवा बैठकों में मुख्यमंत्री केवल काम की ही बात करते रहते थे। वह जनप्रतिनिधियों से भी काम के संबंध में दो टूक बात करते रहे मतलब कोई समस्या अथवा विकास की बात हो तो बताएं और इसका निस्तारण कराएं इधर उधर की बात सुनने में वह रुचि नहीं दिखाते थे। इसके चलते उनके दौरे को लेकर स्थानीय नेता भी पूरी तैयारी के साथ ही बैठक में जाते थे और मन बनाकर रहते थे कि कम शब्दों में अपनी बात कहनी है।