शासन की नीति के अनुसार सुबह 10 से 12 बजे तक सभी अधिकारियों को जनता दर्शन में उपस्थित रहना है। इस पर मुख्यमंत्री समय समय पर अधिकारियों को चेताते रहते हैं। पिछली 23 मार्च को कानपुर में आयोजित मंडलीय समीक्षा बैठक में भी मुख्यमंत्री ने इस बाबत निर्देश दिए थे। इतने के बाद भी अधिकारियों कर्मचारियों की काम से जी चुराने की आदत छूट नहीं रही है। शुक्रवार को जिलाधिकारी ने सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर जिला पंचायत कार्यालय का निरीक्षण किया तो यह हकीकत सामने आ गई।
जिला पंचायत दफ्तर में गैरहाजिर मिले अपर मुख्य अधिकारी
निरीक्षण के दौरान अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत कार्यालय में उपस्थित नहीं पाए गए। डीएम ने फ़ोन पर वार्ता की तो उन्होंने बताया कि वे विकासखंड सरसौल में भदासा रोड से टीकेश्वर धाम होते हुए कालिका जूनियर विद्यालय धमना रोड के निरीक्षण के लिए निकले हैं।
आठ में चार अनुपस्थित, कटेगा वेतन
इस कार्यालय में आठ लोगों की नियुक्ति है, लेकिन डीएम के निरीक्षण में चार लोग श्रीमती पुष्पा देवी, महेश प्रसाद तिवारी, विभव गर्ग, श्रीमती गीतेश अंजली अनुपस्थिति पाए गए। डीएम ने इनका एक दिन का वेतन काटे जाने का निर्देश दिया है।
सख्त फरमान, नहीं करना है काम तो घर में करें आराम
इस दौरान जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कड़ी हिदायत दी कि अगर समय से कार्यालय पहुंचकर जनता की समस्याओं को नहीं सुना गया और इसकी शिकायत उनके कार्यालय तक पहुंची तो सख्त कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि काम करना है तो कीजिए, वरना घर में आराम कीजिए, लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
दूसरे दफ्तर में ये मिले अनुपस्थित
जिलाधिकारी ने इस परिसर में स्थित वित्तीय परामर्शदाता कार्यालय का भी निरीक्षण किया तो शालिनी सिंह, लेखाधिकारी समेत विनोद कुमार, श्रीमती अपर्णा यादव, अनुपस्थित मिले। डीएम ने इनका भी एक दिन का वेतन रोकने को कहा।
पशु चिकित्सालय का भी किया निरीक्षण
जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने शुक्रवार को रायपुरवा थाना क्षेत्र स्थित पशु चिकित्सालय का निरीक्षण किया। इस दौरान नगर निगम से तैनात आठ कर्मचारी उपस्थित मिले। डीएम ने चिकित्सालय में मौजूद पशु-पक्षियों के उपचार एवं देखभाल की व्यवस्था का जायज़ा लिया तथा पशु कल्याण प्रेमी डॉ. अर्चना त्रिपाठी से सभी पशुओं की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली।