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यूपी के युवा AI-Robotics तकनीक में बनेंगे दक्ष, 286 ITI संस्थानों में 1.90 लाख से अधिक सीटें

प्रदेश में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 286 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों आईटीआई में 1.90 लाख से अधिक सीटें उपलब्ध कराई हैं। ये संस्थान युवाओं को विभिन्न तकनीकी कौशलों में प्रशिक्षित कर रहे हैं।

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Abhishek Mishra
Youth of UP will become proficient in Artificial Intelligence and Robotics

यूपी के युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बनाएगी सरकार Photograph: (YBN)

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

प्रदेश सरकार ने राज्य के युवाओं को तकनीकी शिक्षा और रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। सरकार का लक्ष्य राज्य के युवाओं को केवल पारंपरिक नौकरियों तक सीमित न रखकर, उन्हें नवाचार और आधुनिक तकनीकों में दक्ष बनाना है। इसी दिशा में सरकार ने राज्यभर में युवाओं के कौशल विकास और उन्हें रोजगार से जोड़ने के लिए व्यापक प्रयास किए हैं।

12 आईटीआई पूरी तरह से महिलाओं के लिए समर्पित

प्रदेश में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 286 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में 1.90 लाख से अधिक सीटें उपलब्ध कराई हैं। ये संस्थान युवाओं को विभिन्न तकनीकी कौशलों में प्रशिक्षित कर रहे हैं, ताकि वे उद्योगों और अन्य क्षेत्रों में रोजगार पा सकें। इनमें से 47 आईटीआई में विशेष रूप से महिला शाखाएं संचालित हो रही हैं, जबकि 12 आईटीआई पूरी तरह से महिलाओं के लिए समर्पित किए गए हैं। इन पहलुओं से न केवल युवाओं को, बल्कि खासकर महिलाओं को भी रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, जिससे प्रदेश में महिला सशक्तीकरण की दिशा को मजबूती मिलेगी।

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नवाचार और अत्याधुनिक तकनीकों पर आधारित प्रशिक्षण

सरकार का यह स्पष्ट उद्देश्य है कि युवाओं को तकनीकी शिक्षा के माध्यम से वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया जाए। प्रदेश में स्थापित किए गए ये संस्थान युवाओं को भविष्य के लिए आवश्यक तकनीकी कौशल प्रदान कर रहे हैं। इसके साथ ही सरकार ने अपने बजट 2025-26 में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स और अन्य उन्नत तकनीकों पर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रमों के विस्तार की योजना बनाई है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं को आधुनिक तकनीकों में प्रशिक्षित करना है, ताकि वे भविष्य में न केवल पारंपरिक नौकरियों में, बल्कि तकनीकी क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बन सकें।

स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाएं

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प्रदेश सरकार ने स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। सरकार का यह मानना है कि राज्य के युवाओं को केवल नौकरी की उम्मीद नहीं, बल्कि उन्हें स्वरोजगार के अवसर भी मिलने चाहिए। इसके तहत प्रधानमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना के माध्यम से 54 हजार 833 युवाओं को प्रशिक्षित करने की योजना बनाई गई है, जिससे वे अपने खुद के व्यवसाय को शुरू करने के लिए तैयार हो सकेंगे।

15.25 लाख युवाओं को निःशुल्क रोजगारपरक प्रशिक्षण

उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के तहत पिछले छह वर्षों में 15.25 लाख युवाओं को निःशुल्क रोजगारपरक प्रशिक्षण दिया गया है, जिनमें से 5.71 लाख युवाओं को रोजगार या स्वरोजगार से जोड़ा गया है। इससे युवाओं को न केवल नौकरी प्राप्त करने का अवसर मिला, बल्कि उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में अपने कौशल का उपयोग कर स्वरोजगार शुरू करने का भी मौका मिला।

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12 आईटीआई पूरी तरह से महिलाओं के लिए समर्पित

महिला सशक्तीकरण को लेकर भी सरकार ने अहम कदम उठाए हैं। प्रदेश में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए बजट 2025-26 में विशेष योजनाएं बनाई गई हैं। 12 आईटीआई पूरी तरह से महिलाओं के लिए समर्पित किए गए हैं, जहां महिलाएं विभिन्न तकनीकी क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्राप्त कर सकती हैं। इसके अलावा, 47 अन्य आईटीआई में विशेष महिला शाखाएं चलाई जा रही हैं। इन संस्थानों में चलाए जा रहे कोर्स जैसे कम्प्यूटर ऑपरेटर, ड्रॉ.मैन सिविल, इनर्फोमेशन टेक्नोलोजी, टेक्निशियन पावर इलेक्ट्रोनिक्स जैसे कोर्स महिलाएं नए और उभरते क्षेत्रों में रोजगार पा सकेंगी। महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने आईटीआई को स्वरोजगार और स्टार्टअप योजनाओं से जोड़ने की रणनीति बनाई है। इसके तहत प्रशिक्षित महिलाएं स्वयं का व्यवसाय शुरू कर सकेंगी और दूसरों को रोजगार देने में सक्षम बन सकेंगी।

मेक इन इंडिया और स्टार्टअप इंडिया योजनाओं से तालमेल

सरकार ने मेक इन इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसी केंद्र सरकार की योजनाओं से तालमेल बैठाते हुए युवाओं को स्वरोजगार और स्टार्टअप क्षेत्र में भी अवसर प्रदान करने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। इसके तहत आईटीआई और अन्य प्रशिक्षण संस्थानों में नए कोर्स जोड़ने के साथ-साथ उद्योगों से साझेदारी की जा रही है, ताकि युवाओं को रोजगार के अवसर दिए जा सकें।

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