हरिद्वार, वाईबीएन संवाददाता।
धर्मनगरी हरिद्वार में 14 अप्रैल को बैसाखी पर्व पर आस्था का महाकुंभ लगेगा। लाखों श्रद्धालुओं के गंगा में डुबकी लगाने की संभावना को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली हैं। जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह और एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने अधिकारियों को ब्रीफिंग दी और दिशा-निर्देश दिए। सुरक्षा के लिहाज से मेला क्षेत्र को 4 सुपर जोन, 9 जोन और 40 सेक्टरों में बांटा गया है। पीएसी बल के साथ करीब 800 पुलिसकर्मी चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे, ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
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भीड़ का नियंत्रित करना चुनौती
हरिद्वार में हर बड़ा स्नान पर्व पुलिस और प्रशासन के लिए परीक्षा की घड़ी साबित होता है। बैसाखी पर उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करना किसी चुनौती से कम नहीं है। प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन, ट्रैफिक कंट्रोल, सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के व्यापक इंतजाम किए हैं। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और सहयोग करें, ताकि यह पर्व श्रद्धा और शांति के साथ संपन्न हो सके।
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दो से ज्यादा हथियार वालों को अब करना होगा एक जमा
गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के बाद हरिद्वार प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए दो से अधिक शस्त्र रखने वालों को एक शस्त्र अनिवार्य रूप से जमा कराने का आदेश जारी किया है। जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने स्पष्ट किया कि अब तक सात शस्त्र धारकों ने अपने हथियार जमा करा दिए हैं, जबकि जो ऐसा नहीं करेंगे उनके लाइसेंस निरस्त कर दिए जाएंगे। यह सख्ती उस वक्त आई जब रुड़की में हाल ही में खुलेआम शस्त्र लहराने और हवाई फायरिंग के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए शस्त्र नियंत्रण को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं ताकि जिले में कानून व्यवस्था कायम रहे।