नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । उत्तराखंड में रुड़की तहसील से रिश्वतखोरी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। विजिलेंस टीम ने एक महिला अधिवक्ता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए तहसीलदार के पेशकार को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। अब तहसील में दस्तावेजों की गहन जांच चल रही है और अधिकारी सकते में हैं।
महिला अधिवक्ता की हिम्मत बनी कार्रवाई की वजह
पूरा मामला तब सामने आया जब रुड़की की एक महिला वकील ने विजिलेंस विभाग को सूचना दी कि तहसील कार्यालय में तैनात एक पेशकार उनसे काम के बदले पैसे मांग रहा है। वकील ने अपनी बात को साबित करने के लिए पूरी योजना तैयार की और विजिलेंस टीम से संपर्क किया।
योजनाबद्ध तरीके से पकड़ा गया पेशकार
जैसे ही पेशकार ने रिश्वत की रकम स्वीकार की, पहले से तैनात विजिलेंस टीम ने उसे मौके पर ही धर दबोचा। पेशकार के पास से रिश्वत की रकम भी बरामद की गई। इस दौरान तहसील परिसर में भगदड़ जैसे हालात बन गए और कर्मचारी भी सकते में आ गए।
दस्तावेजों की जांच में जुटी विजिलेंस टीम
विजिलेंस टीम ने आरोपी से मौके पर ही पूछताछ शुरू की और उसके दफ्तर के सभी जरूरी दस्तावेज जब्त कर लिए। सूत्रों के अनुसार, आरोपी पर पहले से ही नजर रखी जा रही थी और अधिवक्ता की शिकायत ने इस मामले को स्पष्ट बना दिया।
भ्रष्टाचार पर लगाम की उम्मीद
इस कार्रवाई से जनता में एक विश्वास जगा है कि भ्रष्टाचारियों पर अब नकेल कसी जा रही है। तहसील जैसे महत्वपूर्ण कार्यालयों में पारदर्शिता और जवाबदेही की उम्मीदें और बढ़ गई हैं। विजिलेंस की टीम की तत्परता व सजगता की आम लोग भी सराहना कर रहे हैं।
आगे और खुलासों की संभावना
फिलहाल आरोपी हिरासत में है और उससे विस्तृत पूछताछ जारी है। विजिलेंस टीम तहसील में अभी भी मौजूद है और अन्य कर्मचारियों व अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई सिर्फ एक शुरुआत है और आने वाले दिनों में और भी मामले सामने आ सकते हैं।
क्या आप भ्रष्टाचार पर ऐसी सख्त कार्रवाई से सहमत हैं? कमेंट में बताएं।
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