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टनकपुर से रवाना हुई कैलाश यात्रा : CM धामी ने दिखाई हरी झंडी, आगे कैसी होगी श्रद्धा और साहस की अग्निपरीक्षा? | यंग भारत न्यूज Photograph: (यंग भारत न्यूज)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क । उत्तराखंड के टनकपुर से शुरू हुई कैलाश मानसरोवर यात्रा का पहला जत्था रवाना हो चुका है। आज शनिवार 5 जुलाई 2025 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं का पूरा भरोसा दिलाया। यह यात्रा सिर्फ आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि हिमालय की गोद में छिपी चुनौतियों और भक्तों के अटूट साहस की कहानी भी है।
उत्तराखंड के टनकपुर में, कैलाश मानसरोवर यात्रा के पहले दल को हरी झंडी दिखाते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक नए अध्याय का सूत्रपात किया। यह सिर्फ एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि आध्यात्मिक शांति और अदम्य साहस का एक अनूठा संगम है। श्रद्धालुओं से खचाखच भरी बसें जब अपने गंतव्य की ओर बढ़ीं, तो हर चेहरे पर एक अलग ही चमक और उत्साह दिखाई दे रहा था। इस कठिन यात्रा का पहला पड़ाव टनकपुर था, जहां यात्रियों ने रात बिताई और अगले दिन सुबह मुख्यमंत्री की शुभकामनाओं के साथ आगे बढ़े।
सुरक्षा और सुविधाएं : सरकार की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने बताया कि भले ही यह यात्रा कितनी भी चुनौतीपूर्ण क्यों न हो, सरकार ने हरसंभव व्यवस्था की है।
खराब मौसम और भूस्खलन जैसे खतरों के बावजूद, राज्य निगम द्वारा सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
चिकित्सा सहायता से लेकर रहने और खाने तक की व्यवस्थाएं दुरुस्त की गई हैं, ताकि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि यात्रियों की सुरक्षा में कोई चूक न हो, क्योंकि कैलाश मानसरोवर यात्रा अपनी कठिनाइयों के लिए जानी जाती है।
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#WATCH | टनकपुर, चंपावत: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए आए पहले दल को हरि झंडी दिखाकर रवाना किया। pic.twitter.com/HG2P0PwbEU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 5, 2025
उत्साह से लबरेज दिखे श्रद्धालु
मुख्यमंत्री ने बताया कि यात्री दल में गजब का उत्साह है। हर कोई इस पवित्र यात्रा का हिस्सा बनकर खुद को धन्य महसूस कर रहा है। यह उत्साह सिर्फ धार्मिक भावना से नहीं, बल्कि हिमालय की विशालता और कैलाश पर्वत के रहस्यमय आकर्षण से भी जुड़ा है। सैकड़ों किलोमीटर का यह सफर, जहां शारीरिक और मानसिक दृढ़ता की परीक्षा होती है, वहीं भक्तों को एक अविस्मरणीय अनुभव भी प्रदान करता है।
कैलाश मानसरोवर यात्रा को हिंदू धर्म में मोक्ष प्राप्ति का एक महत्वपूर्ण साधन माना जाता है। भगवान शिव के निवास स्थान के रूप में प्रसिद्ध यह पर्वत और मानसरोवर झील, सदियों से भक्तों को अपनी ओर खींचते रहे हैं।
यह न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि इसकी प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व इसे और भी खास बनाते हैं।
यह यात्रा भारतीय संस्कृति और विरासत का एक अभिन्न अंग है, जो हर साल हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है।
चुनौतियों के बावजूद, इस यात्रा को पूरा करना एक जीवन भर का अनुभव माना जाता है।
टनकपुर से आगे बढ़ते हुए, यात्रियों को अब उत्तराखंड के दुर्गम पहाड़ी रास्तों से होकर गुजरना होगा। मौसम की अप्रत्याशितता और ऊंचाई पर होने वाली दिक्कतें इस यात्रा को और भी कठिन बनाती हैं। लेकिन, भक्तों का विश्वास और सरकार द्वारा की गई पुख्ता व्यवस्थाएं, उन्हें इन चुनौतियों से लड़ने की शक्ति देंगी। मुख्यमंत्री ने सभी यात्रियों की सफल और सुरक्षित यात्रा की कामना की, यह दर्शाता है कि सरकार इस पवित्र यात्रा को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से समर्पित है।
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देवभूमि से शिवधाम की ओर पहला कदम
मुख्यमंत्री ने 11 राज्यों से आए सभी श्रद्धालुओं से संवाद कर उनका देवभूमि उत्तराखंड में हार्दिक स्वागत किया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कैलाश मानसरोवर की यात्रा करने का सौभाग्य हर किसी को नहीं मिलता, यह केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आत्मिक और आध्यात्मिक जागरण का मार्ग है। उन्होंने कहा श्रद्धालु इस अद्वितीय यात्रा के सहभागी बनकर केवल यात्रा नहीं, बल्कि समर्पण की अनुभूति लेकर जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार इस यात्रा को सुगम, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए पूरी तरह समर्पित है। प्रत्येक पड़ाव पर स्वास्थ्य, आवास, भोजन, सुरक्षा और अन्य आवश्यक सुविधाएं सुदृढ़ की गई हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। मुख्यमंत्री ने भगवान भोलेनाथ से सभी यात्रियों की सफल, मंगलमय और सुरक्षित यात्रा की कामना की।
इस अवसर पर सभी श्रद्धालुओं ने चम्पावत वासियों के आत्मीय व्यवहार के लिए आभार व्यक्त किया और यात्रा को स्मरणीय व सुरक्षित बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार की उत्कृष्ट व्यवस्थाओं की सराहना की।
इस दौरान आयुक्त कुमाऊं मंडल दीपक रावत, आईजी आईटीबीपी और जन सम्पर्क अधिकारी कैलाश मानसरोवर यात्रा संजय गुंजियाल, पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं मंडल रिद्धिम अग्रवाल, प्रबंध निदेशक कुमाऊं मंडल विकास निगम विनीत तोमर, जिलाधिकारी चम्पावत मनीष कुमार, जिलाधिकारी पिथौरागढ़ विनोद गोस्वामी, पुलिस अधीक्षक चम्पावत अजय गणपति मौजूद थे।
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