/young-bharat-news/media/media_files/2025/08/21/bird-flu-simbolic-image-2025-08-21-15-01-31.jpg)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। उत्तराखंड के उधम सिंह नगर और बागेश्वर जिलों में एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू H5N1 वायरस) के मामलों की पुष्टि हुई है। बरेली स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में किए गए परीक्षण में इस घातक वायरस की मौजूदगी सामने आई है। प्रभावित पोल्ट्री फार्मों में हजारों मुर्गियों की मौत के बाद प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। अधिकारियों ने संक्रमित क्षेत्रों के आसपास एक किलोमीटर के दायरे को सील कर दिया है और अन्य पोल्ट्री फार्मों से सैंपल लेकर जांच जारी है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को साफ-सफाई और संक्रमण से बचाव के सख्त उपाय अपनाने की सलाह दी है।
बर्ड फ्लू कितना खतरनाक है?
विशेषज्ञों का मानना है कि H5N1 वायरस कोविड-19 से भी 100 गुना अधिक संक्रामक और घातक हो सकता है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि इसके नए म्यूटेशन महामारी का रूप ले सकते हैं। आईसीएमआर की रिपोर्ट के अनुसार, इंसानों में H5N1 संक्रमण के मामले दुर्लभ हैं, लेकिन इनमें मृत्यु दर 50% से अधिक है। संक्रमण आमतौर पर संक्रमित पक्षियों के सीधे संपर्क में आने से फैलता है। इसके लक्षण बुखार, सांस लेने में तकलीफ और कई अंगों के फेलियर तक हो सकते हैं। अभी तक इस वायरस के लिए कोई स्वीकृत वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।
भारत और दुनिया में बढ़ रहा खतरा
- हाल ही में कंबोडिया, अमेरिका और ब्रिटेन में बर्ड फ्लू के कई मामले सामने आए हैं।
- भारत में फरवरी 2024 में महाराष्ट्र में H5N1 वायरस के कारण बड़े पैमाने पर मुर्गियों की मौत हुई थी।
- स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमण पर नियंत्रण के लिए "अलर्ट जोन" बनाना और पोल्ट्री फार्मों की निगरानी करना बेहद जरूरी है।
- उत्तराखंड में बर्ड फ्लू (H5N1) अलर्ट | कोविड से 100 गुना ज्यादा खतरनाक वायरस
HEALTH | uttarakhand news | Uttrakhand | Bird Flu | Avian Influenza