नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क। एपल के लोकप्रिय एयरप्ले (AirPlay) फीचर में हाल ही में एयरबोर्न (AirBorne) नामक गंभीर सुरक्षा खामी का खुलासा हुआ है, जिससे दुनियाभर में करोड़ों यूजर्स साइबर हमलों के खतरे में हैं। साइबर सुरक्षा फर्म ओलिगो (Oligo) द्वारा खोजी गई इन कमजोरियों के कारण हैकर्स बिना यूजर की जानकारी के डिवाइस को नियंत्रित कर सकते हैं, माइक्रोफोन के माध्यम से जासूसी कर सकते हैं, और मैलवेयर फैला सकते हैं।
क्या है एयरबोर्न खतरा?
"एयरबोर्न" में 23 सुरक्षा कमजोरियाँ शामिल हैं, जो एयरप्ले प्रोटोकॉल और इसके सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट किट (SDK) में पाई गई हैं। इन कमजोरियों का फायदा उठाकर हैकर्स उसी Wi-Fi नेटवर्क पर मौजूद एयरप्ले-सक्षम डिवाइसों को नियंत्रित कर सकते हैं। खासकर सार्वजनिक स्थानों जैसे कैफे, एयरपोर्ट और होटल में यह खतरा अधिक बढ़ जाता है।
किन डिवाइसों पर है असर?
यह खतरा न केवल iPhone, iPad, Mac और Apple TV जैसे एपल डिवाइसों को प्रभावित करता है, बल्कि उन लाखों थर्ड-पार्टी डिवाइसों को भी प्रभावित करता है जो एयरप्ले SDK का उपयोग करते हैं, जैसे स्मार्ट टीवी, स्पीकर और कार सिस्टम। हालांकि एपल ने अपने डिवाइसों के लिए सुरक्षा अपडेट जारी किए हैं, लेकिन कई थर्ड-पार्टी डिवाइस अभी भी असुरक्षित हैं क्योंकि उनके निर्माता समय पर अपडेट प्रदान नहीं कर पा रहे हैं।
इसके बचने के लिए कंपनी ने यूजर्स के लिए सुझाव दिए हैं
- अपने सभी एपल डिवाइसों को नवीनतम सॉफ़्टवेयर संस्करण में अपडेट करें।
- एयरप्ले का उपयोग न होने पर इसे बंद रखें।
- सार्वजनिक Wi-Fi नेटवर्क का उपयोग करते समय एयरप्ले से बचें।
- अपने थर्ड-पार्टी डिवाइसों के निर्माता से संपर्क करके नवीनतम फर्मवेयर अपडेट की जानकारी प्राप्त करें।
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इन कमजोरियों का दुरुपयोग करके हैकर्स नेटवर्क में घुसपैठ कर सकते हैं और संवेदनशील जानकारी चुरा सकते हैं। इसलिए, यूजर्स को सतर्क रहने और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी जाती है।